
भूमिका
जमशेदपुर शहर में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। तेज़ रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। ताज़ा मामला जमशेदपुर का है, जहां एक अवैध बालू लदा हाइवा (ट्रक) ने एक ऑटो को ज़ोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में ऑटो चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश देखने को मिला और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठने लगे।
हादसे का पूरा घटनाक्रम
घटना शनिवार सुबह की बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, अवैध बालू से भरा हाइवा तेज़ रफ्तार में राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रहा था। इसी दौरान सामने से आ रहे एक ऑटो को उसने सीधी टक्कर मार दी। टक्कर इतनी ज़बरदस्त थी कि ऑटो के परखच्चे उड़ गए और चालक बुरी तरह घायल हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हाइवा का चालक घटना के बाद गाड़ी छोड़कर मौके से फरार हो गया। घायल ऑटो चालक को स्थानीय लोगों ने तुरंत नज़दीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
मौके पर अफरा-तफरी और लोगों का गुस्सा
हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया और अवैध बालू कारोबार पर रोक लगाने की मांग की। ग्रामीणों और स्थानीय नागरिकों ने कहा कि अवैध तरीके से बालू ढोने वाले हाइवा दिन-रात तेज़ रफ्तार में चलते हैं, जिससे हर वक्त हादसों का खतरा बना रहता है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में लिया। हाइवा को जब्त कर लिया गया है और चालक की तलाश शुरू कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि घायल चालक का इलाज कराया जा रहा है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
अवैध बालू खनन पर उठे सवाल
यह कोई पहला मामला नहीं है। झारखंड में अवैध बालू खनन और परिवहन का धंधा लंबे समय से फल-फूल रहा है। बालू माफिया खुलेआम नदियों से बालू निकालकर ट्रकों और हाइवा से शहरों तक पहुंचाते हैं। कई बार प्रशासनिक कार्रवाई होने के बावजूद यह कारोबार रुकता नहीं है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही और भ्रष्टाचार की वजह से यह कारोबार बेरोकटोक चल रहा है। इससे न केवल सरकारी राजस्व का नुकसान हो रहा है बल्कि आम लोगों की जान भी खतरे में पड़ रही है।
सड़क सुरक्षा पर खतरे की घंटी
अवैध बालू से लदे ट्रक और हाइवा अक्सर ओवरलोड होते हैं। ओवरलोड गाड़ियां संतुलन खो देती हैं और हादसों का कारण बनती हैं। साथ ही चालक बिना रेस्ट लिए लगातार गाड़ी चलाते हैं, जिससे सड़क सुरक्षा पर खतरा और बढ़ जाता है।
सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक अवैध परिवहन पर सख्ती नहीं होगी और ट्रैफिक नियमों का पालन अनिवार्य नहीं किया जाएगा, तब तक इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी।
घायल चालक की हालत
ऑटो चालक की हालत गंभीर बताई जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार, उसे सिर और पैर में गहरी चोटें आई हैं। परिजनों का कहना है कि वह परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य है। इस हादसे ने पूरे परिवार की ज़िंदगी को संकट में डाल दिया है।
स्थानीय लोगों की मांग
1. अवैध बालू कारोबार पर रोक लगे।
2. सड़क पर तेज़ रफ्तार और ओवरलोड गाड़ियों की निगरानी हो।
3. सड़क हादसों के शिकार लोगों को मुआवजा दिया जाए।
4. प्रशासन जिम्मेदारी तय करे और दोषियों को कड़ी सज़ा दे।

प्रशासनिक जिम्मेदारी

प्रशासनिक जिम्मेदारी
स्थानीय प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में अवैध हाइवा बिना रोक-टोक कैसे सड़कों पर दौड़ते हैं। अगर समय रहते कार्रवाई की जाती तो आज यह हादसा टाला जा सकता था।
नतीजा
जमशेदपुर का यह हादसा एक बार फिर दिखाता है कि अवैध बालू कारोबार और लापरवाह ड्राइविंग किस तरह लोगों की जान के लिए खतरा बन गए हैं। ज़रूरत है कि प्रशासन सख्ती से कदम उठाए और सड़क सुरक्षा नियमों को कड़ाई से लागू करे। साथ ही आम जनता को भी सड़क पर सावधानी बरतनी होगी।