
देवघर। झारखंड। जसीडीह थाना क्षेत्र के कुमैठा गांव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां आए दिन होने वाले पारिवारिक विवाद ने अंततः पुलिस स्टेशन का रुख कर लिया। सोमवार रात शराब के नशे में धुत्त एक पति ने अपनी पत्नी के साथ मारपीट कर उसे घर से बाहर निकाल दिया। पीड़िता ने महिला थाना देवघर में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि उसका पति लगातार शराब पीकर उसे प्रताड़ित करता है और अश्लील गालियां देता है।
पत्नी सीता देवी ने लगाया गंभीर आरोप
पीड़िता सीता देवी ने अपने आवेदन में बताया कि उसका पति बीरबल राणा कई दिनों से शराब का आदी हो गया है। नशे की हालत में वह न केवल अपमानजनक भाषा का प्रयोग करता है, बल्कि आए दिन उसके साथ शारीरिक हिंसा भी करता है। सीता देवी ने कहा कि सोमवार की रात विवाद इतना बढ़ गया कि पति ने बेरहमी से मारपीट कर उसे घर से बाहर निकाल दिया।
महिला थाना पहुंची पीड़िता
मंगलवार सुबह सीता देवी ने हिम्मत जुटाई और देवघर महिला थाना पहुंची। वहां उसने पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी और लिखित शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता ने अपने आवेदन में यह भी उल्लेख किया कि यह पहली बार नहीं है जब उसके साथ ऐसा हुआ हो, बल्कि पिछले कई महीनों से यह उत्पीड़न जारी है।
पुलिस ने शुरू की जांच
महिला थाना की पुलिस ने आवेदन प्राप्त होते ही मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की हर पहलू से छानबीन की जाएगी। महिला थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़िता को हर संभव कानूनी मदद दी जाएगी। इसके साथ ही पीड़िता की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्थानीय पुलिस को सतर्क कर दिया गया है।
समाज में घरेलू हिंसा की बढ़ती समस्या
यह घटना एक बार फिर समाज में घरेलू हिंसा की गंभीरता को उजागर करती है। शराबखोरी कई परिवारों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि नशे की लत न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि पारिवारिक रिश्तों को भी तोड़ देती है।
प्रशासन का संदेश
पुलिस प्रशासन का कहना है कि ऐसे मामलों में पीड़िताओं को चुप नहीं रहना चाहिए। किसी भी प्रकार की हिंसा या प्रताड़ना का तुरंत पुलिस को सूचित करना चाहिए, ताकि समय पर कार्रवाई हो सके। महिला थाना ने महिलाओं से अपील की है कि यदि वे किसी भी तरह की हिंसा का शिकार हो रही हैं, तो तुरंत शिकायत दर्ज कराएं।
जसीडीह थाना क्षेत्र के कुमैठा गांव की यह घटना एक चेतावनी है कि घरेलू हिंसा और शराबखोरी जैसी समस्याओं को नजरअंदाज करना परिवार और समाज दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से उम्मीद है कि पीड़िता को जल्द न्याय मिलेगा और आरोपी को कानून के अनुसार सजा दी जाएगी।