
धनबाद जिले के झरिया थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने एक मिनी अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। कार्रवाई के दौरान मौके से सैकड़ों बोतलें अवैध शराब और भारी मात्रा में स्प्रिट बरामद की गई। यह छापेमारी न केवल स्थानीय प्रशासन की सक्रियता को दर्शाता है, बल्कि इस बात का भी प्रमाण है कि झरिया क्षेत्र में अवैध शराब कारोबार किस हद तक फैल चुका है।
गुप्त सूचना पर की गई छापेमारी
झरिया पुलिस को बीते कुछ दिनों से गुप्त सूचना मिल रही थी कि क्षेत्र में एक मकान को शराब निर्माण के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। सूचना की पुष्टि होते ही झरिया पुलिस की टीम ने तत्काल छापेमारी की योजना बनाई। पुलिस ने पूरी गोपनीयता बरतते हुए शनिवार को उक्त स्थान पर धावा बोला।
जैसे ही पुलिस टीम ने मकान में प्रवेश किया, वहां का नजारा चौंकाने वाला था। एक कमरे को पूरी तरह से मिनी फैक्ट्री में तब्दील कर दिया गया था, जहां शराब बनाने के लिए स्प्रिट, एसेंस, खाली बोतलें, ढक्कन और लेबल जैसी चीजें व्यवस्थित ढंग से रखी गई थीं।
सैकड़ों लीटर स्प्रिट और शराब जब्त
पुलिस को मौके से सैकड़ों तैयार शराब की बोतलें मिलीं, जो बाजार में बिक्री के लिए तैयार थीं। इसके अलावा लगभग 500 लीटर से अधिक स्प्रिट और शराब बनाने के अन्य केमिकल्स बरामद हुए। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि शराब के लिए इस्तेमाल की जा रही स्प्रिट नकली हो सकती है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है।
आरोपी मौके से फरार
पुलिस के पहुंचने से पहले ही इस अवैध कारोबार को संचालित करने वाले मुख्य आरोपी मौके से फरार हो गए। हालांकि पुलिस ने घर के मालिक की पहचान कर ली है और आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होंगे।
स्थानीय लोगों में रोष
इस कार्रवाई के बाद झरिया के स्थानीय लोगों में प्रशासन के प्रति जहां भरोसा बढ़ा है, वहीं उन्होंने इस बात पर नाराजगी भी जताई कि रिहायशी इलाके में लंबे समय से यह गोरखधंधा चल रहा था और किसी को भनक तक नहीं लगी। स्थानीय निवासी रवि यादव ने कहा, “अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई नहीं करती तो यह फैक्ट्री बच्चों और युवाओं के भविष्य को तबाह कर सकती थी।”
पड़ोसी राज्यों तक हो रही थी सप्लाई
पुलिस को प्रारंभिक जांच में यह भी जानकारी मिली है कि यहां तैयार की जा रही अवैध शराब सिर्फ झरिया और धनबाद तक ही सीमित नहीं थी, बल्कि इसकी आपूर्ति पड़ोसी जिलों और राज्यों तक की जा रही थी। इस नेटवर्क में कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। पुलिस अब सप्लाई चैन और इससे जुड़े अन्य लोगों की तलाश में लगी है।
प्रशासन का सख्त रुख
धनबाद एसएसपी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच तेज करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि झरिया समेत पूरे जिले में अवैध शराब निर्माण या बिक्री किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पुलिस की विशेष टीम बनाई जा रही है जो आने वाले दिनों में लगातार छापेमारी करेगी।
स्वास्थ्य के लिए खतरा
विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार के नकली और स्प्रिट युक्त शराब का सेवन जानलेवा साबित हो सकता है। कई मामलों में यह शराब पीने से लोगों की जान तक जा चुकी है। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि स्प्रिट में मौजूद मेथनॉल नामक रसायन अंधापन, किडनी फेल और यहां तक कि मौत का कारण बन सकता है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब इस अवैध फैक्ट्री के मालिक, वितरकों और सप्लायर्स की तलाश में जुट गई है। स्थानीय लोगों से भी सहयोग की अपील की गई है कि अगर किसी को भी क्षेत्र में इस तरह की संदिग्ध गतिविधि नजर आती है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
झरिया में अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ सिर्फ एक अकेला मामला नहीं है, बल्कि यह पूरे सिस्टम को चेतावनी है कि अब ऐसे मामलों पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनानी होगी। पुलिस की कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन जरूरी है कि इस पर लगातार नजर रखी जाए और जड़ से इसे खत्म किया जाए।