
रांची। झारखंड की राजनीति में एक बार फिर अहम हलचल होने जा रही है। झारखंड मंत्रिपरिषद् की बैठक 2 सितंबर 2025 को आयोजित की जाएगी। यह बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इसमें राज्य के विकास और जनहित से जुड़े कई बड़े निर्णय लिए जाने की संभावना है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचा, कृषि, उद्योग और सामाजिक कल्याण योजनाओं से जुड़े प्रस्तावों पर मुहर लग सकती है।
सूत्रों के अनुसार, राज्य सरकार इस बैठक में आम जनता को राहत देने वाले फैसले भी ले सकती है। झारखंड में पिछले कुछ महीनों से बुनियादी विकास कार्यों और कल्याणकारी योजनाओं को गति देने पर जोर दिया जा रहा है। ऐसे में 2 सितंबर को होने वाली मंत्रिपरिषद् बैठक से जनता को बड़ी उम्मीदें हैं।
संभावित एजेंडा क्या होगा?
इस बैठक के संभावित एजेंडे में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव शामिल हो सकते हैं, जैसे:
शिक्षा क्षेत्र में सुधार: सरकारी स्कूलों में डिजिटल क्लासरूम और नई भर्ती प्रक्रिया पर चर्चा।
स्वास्थ्य योजनाओं का विस्तार: ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत बनाने और नई एम्बुलेंस सेवाओं की शुरुआत।
कृषि नीति पर निर्णय: किसानों के लिए सब्सिडी, फसल बीमा और सिंचाई सुविधाओं में बढ़ोतरी।
बुनियादी ढांचा विकास: सड़कों, पुलों और शहरी विकास परियोजनाओं को मंजूरी।
रोजगार और उद्योग नीति:
युवाओं के लिए रोजगार सृजन योजनाओं की घोषणा और निवेशकों को आकर्षित करने हेतु नए औद्योगिक प्रोत्साहन।
पिछली बैठक में क्या हुआ था?
पिछली कैबिनेट बैठक में सरकार ने कई बड़े फैसले लिए थे, जिनमें विभिन्न विकास योजनाओं को मंजूरी और राज्य के कर्मचारियों के लिए नई सेवा शर्तें शामिल थीं। इस बार भी सरकार की कोशिश होगी कि ऐसे फैसले लिए जाएं जिनसे आम जनता को सीधा लाभ पहुंचे।
जनता को क्या हैं उम्मीदें?
राज्य के विभिन्न वर्गों की नजर इस बैठक पर टिकी है।
किसानों को उम्मीद है कि फसल बीमा और समर्थन मूल्य को लेकर राहत दी जाएगी।
शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को यातायात और पेयजल की समस्या से राहत की उम्मीद है।
बेरोजगार युवाओं को नई नौकरियों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का इंतजार है।
महिलाओं और बच्चों के लिए कल्याणकारी योजनाओं में नए कदम उठाए जा सकते हैं।
राजनीतिक मायने भी अहम
यह बैठक सिर्फ प्रशासनिक नहीं बल्कि राजनीतिक रूप से भी अहम मानी जा रही है। राज्य में निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव की तैयारियां चल रही हैं। ऐसे में सरकार चाहती है कि जनता के बीच सकारात्मक संदेश जाए और विकास का एजेंडा आगे बढ़े।
2 सितंबर को होने वाली झारखंड मंत्रिपरिषद् की बैठक कई महत्वपूर्ण घोषणाओं और निर्णयों का मंच बन सकती है। राज्य सरकार विकास और कल्याणकारी योजनाओं को प्राथमिकता देते हुए आम जनता को राहत पहुंचाने का प्रयास कर रही है। अब देखना होगा कि इस बैठक में कौन-कौन से फैसले हकीकत में बदलते हैं और झारखंड के विकास पथ को किस दिशा में ले जाते हैं।