देवघर।जिला प्रशासन की ओर से सड़क सुरक्षा को लेकर एक विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया। “रफ्तार घटाओ, सुरक्षा बढ़ाओ” थीम पर आधारित इस अभियान का उद्देश्य लोगों को तेज रफ्तार से वाहन चलाने के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव के लिए प्रेरित करना था।

उपयुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा के निर्देश पर जिला परिवहन पदाधिकारी शैलेश प्रियदर्शी के नेतृत्व में यह कार्यक्रम जसीडीह, मधुपुर और पालोजोरी थाना क्षेत्र में एक साथ आयोजित किया गया। इस दौरान सड़क पर चलने वाले छोटे और बड़े वाहनों के चालकों को पंपलेट बांटकर ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी गई और उन्हें सुरक्षित ड्राइविंग के लिए प्रेरित किया गया। अभियान के दौरान वाहन चालकों को बताया गया कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करना न केवल स्वयं की सुरक्षा के लिए जरूरी है, बल्कि दूसरों की जान बचाने के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
लोगों को समझाया गया कि तेज गति से वाहन चलाना, रेश ड्राइविंग, ओवरटेक करना, शराब पीकर या फोन पर बात करते हुए वाहन चलाना दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण हैं। इन आदतों को बदलना सड़क सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।
परिवहन विभाग के पदाधिकारियों ने बताया कि वर्तमान समय में सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण अत्यधिक गति से वाहन चलाना है। ऐसे में यदि चालक रफ्तार पर नियंत्रण रखें तो सड़क दुर्घटनाओं में काफी हद तक कमी लाई जा सकती है। वाहन चालकों को जागरूक करते हुए कहा गया कि हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग करना जीवन की सुरक्षा के लिए अनिवार्य है। हेलमेट पहनने से सिर की चोटों से बचाव होता है, वहीं सीट बेल्ट से गंभीर हादसों में भी जान बच सकती है।
अभियान के दौरान सैकड़ों वाहन चालकों को ट्रैफिक नियमों की बारीकियां समझाई गईं। परिवहन विभाग के कर्मचारियों ने सड़क पर यात्रियों और ड्राइवरों को यह बताया कि ट्रैफिक सिग्नल, सड़क संकेतक बोर्ड और पुलिस के निर्देशों का पालन करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। इससे न केवल दुर्घटनाओं में कमी आती है, बल्कि ट्रैफिक व्यवस्था भी बेहतर होती है।
देवघर जिले में पिछले कुछ महीनों में सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। इस स्थिति को सुधारने के लिए प्रशासन की ओर से यह पहल की गई है ताकि आमजन में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़े और दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।
इस दौरान परिवहन विभाग के मोटरयान निरीक्षक अमित कुमार झा, सुभाष तिग्गा, प्रथम कुमार रजवार, सड़क सुरक्षा कर्मी, पुलिस बल एवं अन्य कार्यालय के कर्मी सक्रिय रूप से शामिल रहे। सभी ने सड़क पर चलने वाले वाहनों को रोककर उन्हें सड़क सुरक्षा से संबंधित जानकारी दी और पंपलेट बांटे। कार्यक्रम के अंत में यह संदेश दिया गया कि सड़क सुरक्षा हर नागरिक की जिम्मेदारी है। सड़क पर गाड़ी चलाते समय लापरवाही करना खुद की जान के साथ-साथ दूसरों की जान को भी खतरे में डालता है। इसलिए वाहन चलाते समय संयम और सावधानी बरतना सबसे बड़ी समझदारी है।
“रफ्तार घटाओ, सुरक्षा बढ़ाओ” जैसे अभियान न केवल जागरूकता फैलाने का माध्यम हैं बल्कि यह समाज को जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करते हैं। प्रशासन का यह प्रयास देवघर समेत पूरे झारखंड में सड़क सुरक्षा संस्कृति को मजबूत करेगा।
देवघर जिला प्रशासन की पहल सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक कदम है। इस तरह के अभियानों से लोगों के मन में ट्रैफिक नियमों के पालन की आदत विकसित होगी और दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी। सड़क सुरक्षा एक सामूहिक जिम्मेदारी है—यदि हर नागरिक अपनी भूमिका निभाए तो सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सकता है।
