देवघर जिले में दो दिवसीय 12वीं झारखंड राज्य स्तरीय सीनियर, जूनियर, सब-जूनियर और यूथ रोड साइक्लिंग चैंपियनशिप का भव्य समापन समारोह आज कुमैठा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित हुआ। इस अवसर पर उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री नमन प्रियेश लकड़ा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए और बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया।

उपायुक्त ने खिलाड़ियों को दी शुभकामनाएं
समापन समारोह के दौरान उपायुक्त श्री लकड़ा ने सभी खिलाड़ियों से मुलाकात की और उन्हें शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि, “खेल जीवन का अभिन्न हिस्सा है, जो न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक विकास के लिए भी आवश्यक है। अनुशासन और खेल भावना जीवन में सफलता की कुंजी है।”
उन्होंने सभी खिलाड़ियों को संदेश दिया कि जीत और हार दोनों ही खेल का हिस्सा हैं। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि खिलाड़ी खेल के दौरान एक-दूसरे का सम्मान करें और टीम भावना के साथ आगे बढ़ें। उपायुक्त ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों को सफल आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन झारखंड की छिपी खेल प्रतिभाओं को सामने लाने का बेहतरीन माध्यम हैं।

200 खिलाड़ियों ने लिया भाग
इस दो दिवसीय प्रतियोगिता में झारखंड के कुल 20 जिलों के 200 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में बालक, बालिका, महिला और पुरुष वर्ग की अलग-अलग रेस आयोजित की गईं।
कार्यक्रम का आयोजन देवघर जिला साइक्लिंग संघ के तत्वावधान में किया गया। आयोजन समिति की मेहनत और खेल प्रेमियों के उत्साह से पूरा वातावरण ऊर्जा से भर गया था।
विजेता जिलों की सूची
इस चैंपियनशिप में सभी वर्गों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों की सूची इस प्रकार रही —
यूथ वर्ग – विजेता: राँची उपविजेता: पाकुड़
सब जूनियर वर्ग – विजेता: राँची उपविजेता: गिरिडीह
जूनियर वर्ग – विजेता: राँची उपविजेता: लोहरदगा
सीनियर वर्ग – विजेता: राँची उपविजेता: लोहरदगा
लगातार सभी वर्गों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए राँची जिला टीम ने ओवरऑल चैंपियन का खिताब अपने नाम किया।
उपायुक्त ने कहा – “खेल से बढ़ती है अनुशासन और आत्मविश्वास”
अपने संबोधन में उपायुक्त श्री लकड़ा ने कहा कि खेलों से अनुशासन और आत्मविश्वास विकसित होता है। खिलाड़ी जब लक्ष्य के प्रति समर्पित रहते हैं, तो वही गुण जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी सफलता दिलाते हैं। उन्होंने कहा कि देवघर जिले में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, जरूरत है उन्हें मंच देने की, ताकि वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन कर सकें।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन खेल सुविधाओं के विस्तार के लिए लगातार प्रयासरत है, और आने वाले समय में देवघर को खेल गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को किया गया सम्मानित
कार्यक्रम के समापन पर उपायुक्त श्री नमन प्रियेश लकड़ा ने विभिन्न वर्गों में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को ट्रॉफी और मेडल प्रदान किए। विजेता खिलाड़ियों के चेहरों पर खुशी और उत्साह झलक रहा था। उपायुक्त ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि “लगन और मेहनत से सफलता निश्चित मिलती है। राज्य के युवा खेल के क्षेत्र में नई पहचान बना सकते हैं।”

कार्यक्रम में रही गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर जिला खेल पदाधिकारी श्री संतोष कुमार, साइक्लिंग एसोसिएशन के पदाधिकारी, टेक्निकल टीम, कोच, स्वयंसेवक और खिलाड़ियों के परिजन मौजूद रहे। सभी ने मिलकर आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
देवघर में खेल प्रतिभाओं का बढ़ता दायरा
देवघर अब धीरे-धीरे खेल गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। हाल के वर्षों में जिले में कई राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं आयोजित की गई हैं, जिससे युवा खिलाड़ियों को न केवल अभ्यास का मंच मिला है बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ा है। जिला प्रशासन की ओर से खेल मैदानों के विकास, उपकरणों की उपलब्धता और प्रशिक्षकों की नियुक्ति जैसे कदमों से खेलों का स्तर लगातार ऊँचा उठ रहा है।
देवघर में आयोजित यह राज्य स्तरीय साइक्लिंग चैंपियनशिप न केवल खेल भावना का प्रतीक रही, बल्कि इसने यह साबित किया कि अनुशासन, परिश्रम और टीमवर्क से ही सफलता के रास्ते खुलते हैं। उपायुक्त श्री नमन प्रियेश लकड़ा के प्रेरक संबोधन और खिलाड़ियों की मेहनत ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया।
