झारखंड परिवहन विभाग ने ड्राइविंग लाइसेंस (DL) प्रक्रिया को पूरी तरह सरल और आधुनिक बना दिया है। अब राज्य में लाइसेंस बनवाने वालों को न टेस्ट सेंटर जाना पड़ेगा और न ही RTO ऑफिस में लंबी कतारों में घंटों इंतजार करना होगा। विभाग ने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन स्मार्ट टेस्ट सिस्टम लॉन्च किया है, जो लाइसेंस प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी बनाएगा।

नई व्यवस्था के तहत आवेदक अपने मोबाइल फोन या कंप्यूटर पर ऐप और पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन टेस्ट दे सकेंगे। यह टेस्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और फेस रिकॉग्निशन तकनीक की मदद से मॉनिटर किया जाएगा। यानी टेस्ट के दौरान न कोई धोखाधड़ी होगी और न किसी मनमानी का मौका रहेगा।
कैसे होगा ऑनलाइन टेस्ट – जानिए नई प्रक्रिया
परिवहन विभाग के अनुसार, आवेदक को सिर्फ विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए ऐप या आधिकारिक पोर्टल पर रजिस्टर करना होगा। इसके बाद निर्धारित समय पर वह घर बैठे टेस्ट दे सकता है। टेस्ट पूरा होते ही सिस्टम अपने आप परिणाम तैयार करेगा और तुरंत आवेदक को पास या फेल की जानकारी दे देगा।
अगर कोई आवेदक पहली बार में पास नहीं हो पाता है, तो वह दोबारा प्रयास कर सकता है। इससे उन लोगों को बड़ी सुविधा होगी जिन्हें बार-बार RTO ऑफिस जाकर टेस्ट देने में समय और पैसे की बर्बादी होती थी।
AI आधारित मॉनिटरिंग से बढ़ेगी पारदर्शिता
नई तकनीक में AI और फेस रिकॉग्निशन की मदद से टेस्ट के दौरान आवेदक की पहचान सत्यापित होती रहेगी। यानी किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा टेस्ट देने जैसी संभावना बिल्कुल खत्म हो जाएगी। विभाग का कहना है कि यह सिस्टम पूरी प्रक्रिया को ज्यादा पारदर्शी, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाएगा।
परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, यह बदलाव आम लोगों को बड़ी राहत देगा। पहले लाइसेंस के लिए कई बार दफ्तर जाना पड़ता था, दलालों के चक्कर में पैसा और समय दोनों खर्च होते थे। अब यह पूरी प्रक्रिया डिजिटल हो जाने से आम जनता को घर बैठे सुविधाएं मिलेंगी और विभाग का लक्ष्य ‘कम समय में बेहतरीन सेवा’ पूरी होगी।
