
देवघर। झारखंड के महामहिम राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार आज देवघर पहुंचे। उनकी इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य एम्स देवघर के स्थापना दिवस समारोह में शामिल होना था। राज्यपाल ने अपनी यात्रा की शुरुआत बाबा नगरी के धार्मिक दर्शन से की।
सुबह देवघर एयरपोर्ट पर राज्यपाल का जोरदार स्वागत उपायुक्त (DC) ने पुष्पगुच्छ देकर किया। एयरपोर्ट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। उपायुक्त समेत जिले के अन्य वरीय अधिकारी एयरपोर्ट पर मौजूद रहे। राज्यपाल के स्वागत के बाद उनका काफिला बाबा बैद्यनाथ धाम की ओर रवाना हुआ
बाबा बैद्यनाथ मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विशेष पूजा
देवघर का विश्व प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ मंदिर देशभर के प्रमुख 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार जैसे ही मंदिर परिसर पहुंचे, वहां पहले से तैनात प्रशासनिक अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। मंदिर के वीआईपी गेट पर उपायुक्त एवं एसडीओ ने उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया।
राज्यपाल को मंदिर प्रशासनिक भवन में ले जाया गया, जहां पांच वैदिक पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच संकल्प कराकर विशेष पूजा-अर्चना कराई। पूजा के दौरान बाबा भोलेनाथ के जयकारों से पूरा परिसर गूंज उठा।
पंडितों ने वैदिक रीति-रिवाज के साथ राज्यपाल के नाम से विशेष अभिषेक और रुद्राभिषेक कराया। इस दौरान राज्यपाल ने राज्य की सुख-समृद्धि और जनता की भलाई के लिए आशीर्वाद मांगा।
कंट्रोल रूम में प्रतीक चिन्ह भेंट
पूजा-अर्चना संपन्न होने के बाद राज्यपाल को मंदिर के कंट्रोल रूम में ले जाया गया, जहां उपायुक्त की ओर से उन्हें बाबा बैद्यनाथ धाम का प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। इस अवसर पर देवघर जिला प्रशासन की ओर से कई अधिकारी उपस्थित रहे।
एम्स देवघर स्थापना दिवस समारोह में शामिल
बाबा बैद्यनाथ के दर्शन और पूजा के उपरांत राज्यपाल का काफिला सीधे एम्स देवघर (AIIMS Deoghar) के स्थापना दिवस समारोह के लिए रवाना हो गया। यह कार्यक्रम देवघर जिले के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि का प्रतीक है।
राज्यपाल ने कार्यक्रम में पहुंचकर एम्स की उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि एम्स देवघर की स्थापना से न केवल झारखंड बल्कि आसपास के राज्यों के लोगों को उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मिल रही हैं। गंगवार ने एम्स के डॉक्टरों, नर्सों और स्टाफ की मेहनत की तारीफ करते हुए कहा कि आने वाले समय में यह संस्थान पूर्वी भारत का स्वास्थ्य हब बनेगा।
राज्यपाल ने उम्मीद जताई कि एम्स देवघर के विस्तार से यहां के युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के प्रयासों की सराहना की।
देवघर प्रशासन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
राज्यपाल के दौरे को देखते हुए देवघर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए। एयरपोर्ट से लेकर बाबा मंदिर और फिर एम्स तक पूरे मार्ग पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी। मंदिर परिसर में भी केवल चुनिंदा वीआईपी को ही प्रवेश की अनुमति दी गई।
एसपी के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था की लगातार मॉनिटरिंग की। आम श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अलग से व्यवस्था की गई थी ताकि राज्यपाल की यात्रा के दौरान उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।
देवघर की धार्मिक और स्वास्थ्य सेवाओं की अहमियत
देवघर को बाबा बैद्यनाथ धाम के लिए देश और विदेश में ख्याति प्राप्त है। हर साल लाखों की संख्या में कांवड़िए यहां जल अर्पित करने आते हैं। अब एम्स देवघर के शुरू होने से यह शहर धार्मिक और स्वास्थ्य सेवाओं दोनों का केंद्र बन गया है।
राज्यपाल का यह दौरा इस बात का प्रमाण है कि झारखंड सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही देवघर के विकास को लेकर गंभीर हैं। एक ओर बाबा बैद्यनाथ धाम धार्मिक आस्था का प्रतीक है, वहीं दूसरी ओर एम्स देवघर आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं का नया केंद्र बन रहा है।
स्थानीय लोगों में उत्साह
राज्यपाल के इस दौरे से देवघर के स्थानीय लोग भी उत्साहित नजर आए। उनका कहना है कि राज्यपाल का आशीर्वाद और एम्स देवघर के स्थापना दिवस पर उनकी उपस्थिति इस क्षेत्र की प्रतिष्ठा को और बढ़ाती है।
बाबा नगरी में धार्मिक आस्था और स्वास्थ्य सुविधाओं का यह संगम आने वाले समय में देवघर को झारखंड का प्रमुख गंतव्य बना देगा