
रांची: झारखंड पुलिस मुख्यालय ने पलामू जिले में हाल ही में हुई घटना के मद्देनज़र राज्य के सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है। पुलिस विभाग ने सभी जिले के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जाए और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त बलों की तैनाती की जाए।
पलामू की घटना के बाद बढ़ी सतर्कता
पलामू जिले में हुई घटना ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, इस घटना के बाद पुलिस मुख्यालय ने तत्काल बैठक कर राज्यभर में सुरक्षा को लेकर व्यापक समीक्षा की। घटना की जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है।
पुलिस मुख्यालय का आदेश
झारखंड पुलिस मुख्यालय ने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को आदेश दिया है कि:
भीड़-भाड़ वाले इलाकों, धार्मिक स्थलों और सरकारी भवनों में पुलिस गश्त बढ़ाई जाए।
सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग तेज की जाए।
किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाई जाए।
खुफिया तंत्र को सक्रिय किया जाए और जिला स्तर पर त्वरित कार्रवाई दल (QRT) को सतर्क रखा जाए।

सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा

सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा
राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) ने कहा कि वर्तमान हालात को देखते हुए यह अलर्ट जारी करना आवश्यक था। उन्होंने सभी जिलों को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाने को कहा है। पलामू की घटना से जुड़े तथ्यों की गहन जांच की जा रही है।
जनता से सहयोग की अपील
पुलिस ने राज्यवासियों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद राज्य की राजनीति में भी हलचल मच गई है। विपक्षी दलों ने सरकार से मांग की है कि सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। वहीं, सत्तारूढ़ दल ने कहा है कि सरकार किसी भी कीमत पर शांति व्यवस्था बिगड़ने नहीं देगी।
प्रभावित जिलों में विशेष निगरानी
पलामू के अलावा गढ़वा, लातेहार, चतरा, लोहरदगा और गुमला जिलों को भी संवेदनशील मानते हुए अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है। इन जिलों में पुलिस की ओर से फ्लैग मार्च भी निकाला जाएगा।
पलामू की घटना के बाद पूरे झारखंड को हाई अलर्ट पर रखना यह दर्शाता है कि राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन स्थिति को लेकर गंभीर है। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं।