
Jharkhand weather: मानसून की चाल पर ब्रेक, झारखंड में अब 10 जून के बाद ही पहुंचेगा बरसात का मेहमान।
झारखंड में मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे लोगों के लिए एक थोड़ी मायूस करने वाली खबर है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के ताज़ा अपडेट के अनुसार, इस बार मानसून की रफ्तार धीमी पड़ गई है, जिसकी वजह से झारखंड में इसकी आवक अब 10 जून के बाद ही संभावित है।
🔹 क्यों हुई मानसून की चाल धीमी?
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बनने वाले मानसूनी सिस्टम में अपेक्षित तेज़ी नहीं आ रही है। इसके चलते दक्षिण-पश्चिम मानसून ने केरल में दस्तक तो दे दी है, लेकिन उसकी उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की गति कमजोर है। इसी वजह से बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में मानसून के पहुंचने में देरी हो रही है।
🔹 किसानों की बढ़ी चिंता
झारखंड एक कृषि प्रधान राज्य है और यहां के किसान बारिश पर काफी हद तक निर्भर रहते हैं। मानसून में देरी की वजह से खेतों की बुआई के समय पर असर पड़ सकता है, जिससे आगे चलकर फसल उत्पादन भी प्रभावित हो सकता है। कई जिलों में किसान पहले ही खेतों की जुताई और तैयारी शुरू कर चुके थे, लेकिन अब उन्हें और इंतजार करना पड़ सकता है।
🔹 गर्मी से राहत नहीं
मानसून की देरी का सीधा असर झारखंड के मौसम पर भी देखा जा रहा है। राज्य के कई हिस्सों में अभी भी लू जैसे हालात बने हुए हैं और तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा रहा है। लोगों को तेज धूप, उमस और पानी की कमी से जूझना पड़ रहा है। ऐसे में मानसून की देर और भी परेशान करने वाली हो सकती है।
🔹 कब तक पहुंचेगा मानसून?
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगर स्थितियाँ अनुकूल रहीं, तो 10 से 12 जून के बीच मानसून झारखंड में प्रवेश कर सकता है। हालांकि, यह पूरी तरह से मौसमी गतिविधियों और दबाव प्रणाली पर निर्भर करेगा।
मानसून की धीमी रफ्तार ने झारखंड में गर्मी से परेशान लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। किसानों की चिंता भी बढ़ती जा रही है। अब सबकी नजरें आसमान और मौसम विभाग की तरफ टिकी हुई हैं, ताकि जल्द राहत की बारिश हो सके।