Weather Update: झारखंड में 27 अगस्त तक नहीं मिलेगी राहत, भारी बारिश का पूर्वानुमान।

झारखंड में मानसून इस बार लगातार सक्रिय है और अगस्त के अंतिम सप्ताह तक राज्यवासियों को भारी बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 27 अगस्त तक झारखंड के कई जिलों में भारी बारिश, आंधी और वज्रपात की संभावना बनी हुई है। इसके लिए विभाग ने अलग-अलग जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है और लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।

किन जिलों में जारी हुआ अलर्ट

मौसम विभाग ने बताया कि गढ़वा, पलामू, चतरा और लातेहार में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं रांची, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, रामगढ़, हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, बोकारो और देवघर में येलो अलर्ट लागू किया गया है।

23 अगस्त को गढ़वा, पलामू और लातेहार में भारी से बहुत भारी बारिश होगी।

24 अगस्त को रांची सहित 17 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट है।

25 अगस्त को राज्य के 8 जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है।

मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि इस अवधि में वज्रपात का खतरा अधिक रहेगा।

बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव का असर

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने गहरे निम्न दबाव क्षेत्र का असर पूरे झारखंड में दिख रहा है। यही कारण है कि गुरुवार से ही राज्य के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। बोकारो में सबसे अधिक 35 मिमी, रांची में 4 मिमी, जमशेदपुर में 5 मिमी और चाईबासा में 10 मिमी वर्षा दर्ज की गई।

अगस्त के अंत तक राहत की उम्मीद नहीं

मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि अगस्त महीने के अंत तक झारखंडवासियों को बारिश से राहत नहीं मिलेगी। बारिश का यह दौर लगातार जारी रहेगा और कई जिलों में जलजमाव व बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

सामान्य से अधिक वर्षा और कृषि संकट

मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 1 जून से अब तक झारखंड में 900.5 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। यह सामान्य वर्षापात 721.2 मिमी की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत अधिक है।

रांची में अब तक 1108.9 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 50 प्रतिशत ज्यादा है।

पूर्वी सिंहभूम जिले में 1350.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जो सामान्य से 74 प्रतिशत अधिक है।

अत्यधिक वर्षा के कारण राज्य में किसानों की फसलों पर संकट गहराने लगा है। खेतों में पानी भरने से धान और अन्य खरीफ फसलों को नुकसान हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई घर और रास्ते जलमग्न हो गए हैं, जिससे सामान्य जीवन प्रभावित हो रहा है।

लोगों से सतर्क रहने की अपील

प्रशासन और मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि भारी बारिश और वज्रपात के समय खुले स्थानों पर न जाएं, पेड़ों और बिजली के खंभों से दूरी बनाए रखें। ग्रामीण इलाकों में लोगों को घरों से अनावश्यक बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।

यह बारिश राज्य के जल संसाधनों के लिए जहां लाभकारी साबित हो रही है, वहीं दूसरी ओर इससे फसल और जनजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि राज्य कैसे इस प्राकृतिक चुनौती से निपटता है।

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