
Khunti: हॉकी की प्रेरणादायी हस्ती को अंतिम सलाम, खूंटी में नम आंखों से दी गई कोच प्रतिमा बरवा को विदाई, खेल जगत में शोक की लहर।
खूंटी। झारखंड के खूंटी जिले में उस समय माहौल बेहद भावुक हो गया, जब हॉकी की प्रसिद्ध कोच प्रतिमा बरवा को नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी गई। मैदान में उनके साथ खेलने और सीखने वाले सैकड़ों खिलाड़ी, खेल प्रेमी, और आम लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। प्रतिमा बरवा के निधन की खबर ने न केवल खूंटी, बल्कि पूरे झारखंड और देश के खेल जगत को गहरे शोक में डुबो दिया है।
🔹 हॉकी कोच से बनीं आदर्श
प्रतिमा बरवा सिर्फ एक कोच नहीं थीं, बल्कि वे हॉकी खिलाड़ियों की एक प्रेरणा, एक गाइड और एक मां की तरह थीं। उन्होंने खूंटी जैसे आदिवासी क्षेत्र में लड़कियों और युवाओं को हॉकी के ज़रिए नयी दिशा दी। उनके नेतृत्व में कई खिलाड़ियों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराया।
🔹 खिलाड़ियों की आंखों में आंसू, दिलों में सम्मान
अंतिम यात्रा के दौरान सैकड़ों खिलाड़ी, खासकर लड़कियां, प्रतिमा बरवा की हॉकी स्टिक को सलामी देकर अपनी भावनाएं ज़ाहिर कर रही थीं। उनकी आंखों में आंसू थे, लेकिन दिलों में उनके लिए गहरा सम्मान और गर्व भी था। कई खिलाड़ियों ने कहा, “अगर प्रतिमा मैम न होतीं, तो हम कभी हॉकी नहीं खेल पाते। उन्होंने हमें सपने देखने और उन्हें सच करने का हौसला दिया।”
🔹 मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जताया शोक
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी उनके निधन पर गहरा दुख प्रकट किया और कहा कि,
> “प्रतिमा बरवा का जाना खेल जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने झारखंड की बेटियों को खेल के माध्यम से सशक्त किया।”
इसके साथ ही राज्य के खेल विभाग, हॉकी संघ, और कई वरिष्ठ खिलाड़ियों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को अमिट और ऐतिहासिक बताया।
🔹 महिला सशक्तिकरण की मिसाल
प्रतिमा बरवा ने हॉकी के माध्यम से न केवल खिलाड़ियों को तराशा, बल्कि उन्होंने समाज को यह संदेश दिया कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। उनके जीवन और कार्यशैली ने खूंटी जैसे ग्रामीण क्षेत्र में खेल को एक आंदोलन बना दिया।
कोच प्रतिमा बरवा अब हमारे बीच नहीं रहीं, लेकिन उनके द्वारा बोए गए सपनों और आत्मविश्वास के बीज आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे। उनका जाना एक युग का अंत है, लेकिन उनका योगदान हमेशा झारखंड की धरती और हॉकी के मैदानों में जिंदा रहेगा।