
कोडरमा जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। शनिवार की सुबह नदी में नहाने गए एक मासूम बच्चे की डूबने से मौत हो गई। हालांकि, इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है क्योंकि मृतक बच्चे के परिजनों ने इसे हादसा मानने से इनकार कर दिया है और हत्या की आशंका जताई है।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, बच्चा अपने दोस्तों के साथ नदी में नहाने गया था। नहाने के दौरान अचानक वह गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। साथी बच्चों ने शोर मचाया, जिसके बाद गांव के लोग वहां पहुंचे और बच्चे को निकालने की कोशिश की। काफी मशक्कत के बाद बच्चे को नदी से बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के परिजन मौके पर पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि बच्चे की मौत डूबने से नहीं हुई है, बल्कि उसे साजिशन मारकर नदी में फेंका गया है। परिजनों का कहना है कि कुछ दिन पहले ही गांव में विवाद हुआ था और उसी रंजिश के तहत उनके बच्चे की हत्या की गई है।
परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
ग्रामीणों में दहशत का माहौल
इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे गांव में मातम का माहौल है। स्थानीय लोग भी दो हिस्सों में बंट गए हैं। कुछ लोग इसे महज हादसा बता रहे हैं, जबकि कई ग्रामीण परिजनों की आशंका को सही मानते हुए निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई
कोडरमा पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि बच्चे की मौत की परिस्थितियों को लेकर कई एंगल से जांच की जा रही है। घटना स्थल का मुआयना किया गया है और परिजनों व स्थानीय ग्रामीणों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि यदि यह मात्र हादसा है तो फॉरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्थिति साफ हो जाएगी, लेकिन अगर इसमें किसी तरह की साजिश या हत्या के सबूत मिलते हैं तो आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इलाके में फैली अफवाहें
घटना के बाद से ही क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं फैल रही हैं। कुछ लोग इसे साधारण डूबने की घटना बता रहे हैं तो कुछ इसे हत्या मान रहे हैं। वहीं, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वे लगातार न्याय की मांग कर रहे हैं।
विशेषज्ञों की राय
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि डूबने के मामलों में अक्सर तुरंत प्राथमिक उपचार (CPR) से जान बचाई जा सकती है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता और संसाधनों की कमी के कारण कई बार मासूमों की जिंदगी नहीं बच पाती।
प्रशासन के सामने चुनौती
यह घटना प्रशासन के लिए भी चुनौती बन गई है। एक ओर परिजनों का आरोप है कि हत्या की साजिश रची गई है, वहीं दूसरी ओर पुलिस इसे लेकर जांच में जुटी हुई है। प्रशासन पर अब दबाव है कि जल्द से जल्द इस मामले की सच्चाई सामने लाए ताकि गांव का माहौल शांत हो सके।
परिजनों की मांग
परिजनों ने साफ कहा है कि अगर इस मामले की गहन जांच नहीं की गई तो वे आंदोलन करेंगे। उनका कहना है कि बच्चा तैरना जानता था, इसलिए डूबने की बात उन्हें संदिग्ध लग रही है।
फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि बच्चे की मौत हादसा है या हत्या। लेकिन इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। अब सबकी नजरें पुलिस की जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी हैं।