
Kuldeep Yadav और Abhimanyu Easwaran ने एक भी मैच नहीं खेला, फिर भी टूर से कमाए 1-1 करोड़ रुपये!
नई दिल्ली।भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनना हर खिलाड़ी का सपना होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ टीम का हिस्सा बनकर भी खिलाड़ी करोड़ों कमा सकते हैं, भले ही उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका न मिले? भारत और इंग्लैंड के बीच हाल ही में संपन्न हुई टेस्ट सीरीज में कुछ ऐसा ही देखने को मिला। कुलदीप यादव और अभिमन्यु ईश्वरन को पूरे दौरे में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला, फिर भी उन्होंने इस सीरीज से 1-1 करोड़ रुपये तक की कमाई की। यह खबर क्रिकेट फैंस के बीच खूब चर्चा में है।
कैसे हुई इतनी कमाई?
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पांच मैचों की इस सीरीज में कुलदीप यादव और अभिमन्यु ईश्वरन को टीम का हिस्सा तो बनाया गया, लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिल पाई। बावजूद इसके, उन्हें बीसीसीआई की ओर से पूरी टूर फीस दी गई, जो कि प्रति खिलाड़ी करीब 1 करोड़ रुपये के आसपास बैठती है। इसमें डेली अलाउंस, मैच फीस, ग्रेड रिटेनर फीस और बोनस जैसी सुविधाएं शामिल होती हैं।
टीम इंडिया में रहना = करोड़ों की गारंटी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अपने खिलाड़ियों को ग्रेड सिस्टम के तहत सालाना अनुबंध देता है। इसमें खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन और योगदान के आधार पर A+, A, B और C कैटेगरी में बांटा जाता है। A+ कैटेगरी में शामिल खिलाड़ियों को सालाना ₹7 करोड़, A कैटेगरी में ₹5 करोड़, B में ₹3 करोड़ और C में ₹1 करोड़ दिए जाते हैं। इसके अलावा अगर खिलाड़ी किसी सीरीज का हिस्सा होते हैं तो उन्हें डेली अलाउंस, ट्रैवल अलाउंस और स्टे चार्जेस भी मिलते हैं।
कुलदीप यादव की स्थिति
कुलदीप यादव इस समय शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने हाल ही में कई अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन किया है। हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला, फिर भी वे पूरे दौरे के साथ जुड़े रहे। टीम का हिस्सा बने रहने पर उन्हें बोर्ड की ओर से पूरा पैकेज मिला, जो करीब ₹1 करोड़ रुपये के आसपास आंका गया।
अभिमन्यु ईश्वरन का मामला
बंगाल के बल्लेबाज़ अभिमन्यु ईश्वरन को मुख्य रूप से बैकअप ओपनर के रूप में टीम में शामिल किया गया था। लेकिन कप्तान रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल की सलामी जोड़ी ने पूरे दौरे में मौका नहीं छोड़ा। लिहाज़ा ईश्वरन को भी कोई मैच खेलने का अवसर नहीं मिला। बावजूद इसके, उन्हें भी पूरी टूर फीस मिली।
खिलाड़ियों को मिलती है ये सुविधाएं:
1. डेली अलाउंस – भारत के अंदर ₹6000 प्रतिदिन और विदेशों में ₹15,000 प्रतिदिन तक मिलता है।
2. फ्लाइट्स और होटल स्टे – पूरी तरह बीसीसीआई द्वारा कवर किया जाता है।
3. मैच फीस – टेस्ट मैच के लिए ₹15 लाख प्रति मैच, वनडे के लिए ₹6 लाख, और T20I के लिए ₹3 लाख प्रति मैच।
4. परफॉर्मेंस बोनस – मैन ऑफ द मैच, मैन ऑफ द सीरीज जैसे अवॉर्ड्स के साथ अतिरिक्त बोनस भी।
प्रशंसकों की मिली-जुली प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले पर फैंस की राय बंटी हुई दिख रही है। कुछ लोगों का मानना है कि खिलाड़ियों को सिर्फ टीम का हिस्सा होने पर इतनी मोटी रकम नहीं मिलनी चाहिए, जबकि कुछ फैंस इसे पूरी तरह जायज़ ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि टीम के साथ रहना, अभ्यास करना और ड्रेसिंग रूम का माहौल बनाए रखना भी एक बड़ी जिम्मेदारी होती है।
क्या ये अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है?
बेशक! कुलदीप और अभिमन्यु जैसे खिलाड़ियों की इस कमाई से यह संदेश मिलता है कि राष्ट्रीय टीम के साथ जुड़ाव ही अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। इससे घरेलू क्रिकेट में मेहनत कर रहे युवा खिलाड़ियों को भी हौसला मिलेगा कि अगर वे भारतीय टीम का हिस्सा बनते हैं, तो खेलें या न खेलें, भविष्य आर्थिक रूप से सुरक्षित हो सकता है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड की व्यवस्थाएं खिलाड़ियों को मानसिक और आर्थिक रूप से सुरक्षित करती हैं। कुलदीप यादव और अभिमन्यु ईश्वरन का यह उदाहरण दर्शाता है कि सिर्फ स्क्वॉड में रहकर भी खिलाड़ी सम्मानजनक कमाई कर सकते हैं। यही वजह है कि टीम इंडिया में एक बार भी जगह बनाना हर क्रिकेटर का सपना होता है — क्योंकि यहां मेहनत का हर रूप में सम्मान मिलता है।