
YouTube देख बनाया फूलप्रूफ मर्डर प्लान: कान में जहर डाल पति को मारा, शक की सुई बीवी पर ।
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसमें एक महिला ने YouTube की मदद से अपने पति की हत्या की पूरी योजना बनाई और उसे अंजाम तक पहुंचाया। यह मामला न केवल अपराध की चौंकाने वाली सोच को दिखाता है, बल्कि इस बात की चेतावनी भी देता है कि इंटरनेट का गलत इस्तेमाल कैसे गंभीर परिणाम ला सकता है।
घटना का विवरण:
मामला गोंडा जिले के कोतवाली नगर क्षेत्र का है। यहां रहने वाले एक व्यक्ति की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। परिवार और समाज को शुरुआत में हार्ट अटैक का शक था, लेकिन जब शव का पोस्टमार्टम हुआ तो सब चौंक गए।
जांच में सामने आया सच:
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ज़हर की पुष्टि हुई। लेकिन शरीर पर कोई इंजेक्शन या मुंह से जहर दिए जाने के संकेत नहीं मिले। यह बात पुलिस के लिए हैरानी का सबब बनी रही। फॉरेंसिक जांच के बाद पता चला कि जहर को कान में डाला गया था – एक ऐसा तरीका जो बेहद असामान्य और शातिर है।
YouTube बना अपराध का गुरु:
पुलिस ने जब मोबाइल फोन की जांच की, तो पत्नी के फोन से YouTube सर्च हिस्ट्री में “किसी को बिना पकड़े कैसे मारा जाए” और “कान से जहर देने का तरीका” जैसे कीवर्ड मिले। पूछताछ में महिला ने अपराध स्वीकार कर लिया।
कौन थी आरोपी?
आरोपी पत्नी का नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। पूछताछ में उसने बताया कि पति से उसका रिश्ता ठीक नहीं था और आए दिन झगड़े होते थे। वह तलाक नहीं लेना चाहती थी, इसलिए उसने रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
पुलिस की भूमिका और कार्रवाई:
पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। फॉरेंसिक रिपोर्ट और इलेक्ट्रॉनिक सबूतों के आधार पर केस मजबूत किया जा रहा है।
YouTube जैसी ओपन जानकारी पर सवाल:
इस मामले ने एक बड़ा सवाल खड़ा किया है कि क्या इंटरनेट प्लेटफॉर्म्स पर ऐसी खतरनाक जानकारियां आसानी से उपलब्ध होनी चाहिए? जहां एक तरफ YouTube ज्ञान का खजाना है, वहीं यह अपराधियों के लिए “ऑनलाइन गाइड” भी बनता जा रहा है।
विशेषज्ञों की राय:
क्रिमिनल साइकोलॉजिस्ट का कहना है कि “योजना के साथ हत्या करना अपराध के गंभीर रूप को दर्शाता है। महिला मानसिक रूप से पहले से तैयार थी और YouTube से उसने पूरा तरीका सीखा।”
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया:
इस खबर ने सोशल मीडिया पर भी लोगों को चौंका दिया है। कई लोग कह रहे हैं कि अब अपराधी भी टेक-सैवी हो गए हैं। वहीं, कुछ लोगों ने YouTube जैसे प्लेटफार्मों को मॉडरेशन के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि डिजिटल युग में अपराध के बदलते स्वरूप का उदाहरण है। कानून व्यवस्था के लिए यह चुनौती है कि कैसे ऐसे ‘डिजिटल क्राइम’ को रोका जाए और अपराधियों तक तकनीक के इस्तेमाल के रास्ते बंद किए जाएं।