
इंडिगो विमान में बड़ा हादसा टला: टेकऑफ से पहले इंजन में लगी आग, पायलट ने दी ‘मेडे’ कॉल
अहमदाबाद – अहमदाबाद एयरपोर्ट पर रविवार सुबह एक बड़ा हादसा उस वक्त टल गया जब दीव जा रही इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट के एक इंजन में अचानक आग लग गई। यह घटना उस समय हुई जब विमान रनवे पर टेकऑफ की तैयारी कर रहा था। विमान में कुल 60 यात्री सवार थे। पायलट की सतर्कता और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) की तत्परता से सभी यात्रियों की जान बचाई जा सकी।
कैसे हुआ हादसा?
इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E-6053, सुबह दीव के लिए रवाना होने वाली थी। प्लेन रनवे पर टेकऑफ के लिए लाइन में था और जैसे ही विमान को गति देने की प्रक्रिया शुरू हुई, पायलट को इंजन से असामान्य कंपन और धुआं नजर आया। इसके तुरंत बाद इंजन से आग की लपटें दिखाई दीं। बिना देरी किए, पायलट ने एटीसी से संपर्क कर ‘मेडे’ कॉल दी, जो किसी विमान की आपात स्थिति का संकेत होता है।
क्या होती है ‘मेडे’ कॉल?
‘मेडे’ एक अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन रेडियो कॉल है, जो तब दी जाती है जब किसी विमान को गंभीर खतरा हो। इसका प्रयोग तभी किया जाता है जब जान-माल को तत्काल खतरा हो और फौरन सहायता की जरूरत हो। इंडिगो के पायलट द्वारा मेड कॉल देने के बाद एटीसी ने तुरंत टेकऑफ प्रक्रिया रोक दी और सभी इमरजेंसी सेवाओं को सक्रिय कर दिया।
विमान को कैसे रोका गया?
एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने फौरन रनवे को बंद कर दिया और एयरपोर्ट की फायर ब्रिगेड टीम को अलर्ट कर दिया गया। विमान को तेजी से रोककर टैक्सीवे पर लाया गया। विमान के इंजन की आग को फायर सेफ्टी टीम ने कुछ ही मिनटों में बुझा लिया। सभी 60 यात्रियों को सुरक्षित विमान से बाहर निकाला गया। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
यात्रियों में मचा हड़कंप
इस घटना के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ यात्रियों ने बताया कि उन्होंने इंजन से धुआं उठते देखा और फिर अचानक विमान रुक गया। हालांकि, पायलट और एयरपोर्ट स्टाफ की ओर से तुरंत मदद मिलने पर स्थिति को नियंत्रण में ले आया गया। यात्रियों को एयरपोर्ट के वेटिंग एरिया में ले जाया गया और उन्हें बाद में दूसरी फ्लाइट से रवाना किया गया।
इंडिगो का बयान
इंडिगो एयरलाइंस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सुरक्षा के सभी नियमों का पालन किया गया और पायलट ने समय पर सही निर्णय लिया जिससे यात्रियों की जान बच सकी। “इंजन में तकनीकी खराबी के कारण फ्लाइट को टेकऑफ से पहले ही रोक दिया गया। किसी भी यात्री या चालक दल के सदस्य को कोई नुकसान नहीं हुआ है,” एयरलाइन ने बताया।
DGCA ने दिए जांच के आदेश
घटना की जानकारी मिलते ही नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस मामले में विस्तृत जांच के आदेश दे दिए हैं। DGCA की टीम अहमदाबाद पहुंच चुकी है और तकनीकी कारणों का पता लगाने के लिए विमान के इंजन, फ्यूल सिस्टम और अन्य उपकरणों की जांच कर रही है।
हाल के वर्षों में ऐसी घटनाएं
इस तरह की घटनाएं भारतीय एविएशन सेक्टर में पहले भी सामने आती रही हैं। बीते एक वर्ष में कई बार तकनीकी कारणों से विमानों को उड़ान से पहले रोका गया है। हालांकि, इस बार समय पर लिए गए फैसलों और पायलट की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़े हादसे को टाल दिया।
यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि
यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि एयरलाइन इंडस्ट्री में सुरक्षा के मानकों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। पायलटों की ट्रेनिंग, एयर ट्रैफिक कंट्रोल की तैयारी और एयरपोर्ट इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम की सक्रियता ने अहमदाबाद में एक संभावित त्रासदी को टाल दिया।
इंडिगो की फ्लाइट में आग की यह घटना भले ही चिंता का विषय हो, लेकिन जिस प्रकार से पूरी स्थिति को नियंत्रित किया गया, वह भारतीय एविएशन सुरक्षा व्यवस्था की कुशलता को भी दर्शाता है। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना एयरलाइंस और विमानन प्राधिकरणों की प्राथमिकता है और इस घटना ने फिर एक बार साबित कर दिया कि सतर्कता ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।