
कानपुर के पास बड़ा रेल हादसा: पटरी से उतरा मुजफ्फरपुर-अहमदाबाद जनसाधारण एक्सप्रेस का डिब्बा, बाल-बाल बचे सैकड़ों यात्री
कानपुर, 2 अगस्त 2025
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। आज सुबह-सुबह मुजफ्फरपुर से अहमदाबाद जा रही जनसाधारण एक्सप्रेस (Muzaffarpur-Ahmedabad Jansadharan Express) का एक जनरल कोच अचानक पटरी से उतर गया। यह हादसा कानपुर के पास हुआ, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।
हालांकि इस हादसे में किसी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हुई है, लेकिन समय रहते यदि ट्रेन को नहीं रोका जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। रेलवे अधिकारियों की तत्परता और स्थानीय प्रशासन की सतर्कता से हादसा टल गया।
कहां और कैसे हुआ हादसा?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हादसा कानपुर देहात के रूरा स्टेशन के पास हुआ। सुबह लगभग 7:30 बजे जब ट्रेन अपनी गति से गुजर रही थी, तभी एक जोरदार झटका महसूस हुआ। यात्री कुछ समझ पाते उससे पहले जनरल कोच के पहिए पटरी से उतर चुके थे। यह देख ट्रेन को तुरंत रोका गया। ट्रेन के ड्राइवर और गार्ड ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर किसी भी बड़ी दुर्घटना को टाल दिया।
अफरा-तफरी के बीच दिखा यात्रियों का संयम
हादसे के समय ट्रेन में बड़ी संख्या में यात्री मौजूद थे। जनरल कोच में सफर कर रहे लोग घबराहट में बाहर निकलने लगे। हालांकि, रेलवे कर्मचारियों और सुरक्षाबलों ने स्थिति को तेजी से संभाल लिया। मौके पर पहुंची रेलवे की टीम और स्थानीय पुलिस ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला।
रेलवे का बयान
रेलवे प्रशासन ने बयान जारी कर बताया कि, “मुजफ्फरपुर-अहमदाबाद जनसाधारण एक्सप्रेस का एक डिब्बा कानपुर के पास तकनीकी कारणों से पटरी से उतर गया। सभी यात्री सुरक्षित हैं। राहत और मरम्मत कार्य तेजी से जारी है। प्रभावित सेक्शन पर यातायात कुछ समय के लिए रोका गया है।”
वैकल्पिक व्यवस्था
रेलवे ने यात्रियों के लिए वैकल्पिक ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था की है। साथ ही, तकनीकी टीम मौके पर पहुंच गई है जो ट्रैक और डिब्बे की जांच में जुटी हुई है। ट्रेन को दोबारा पटरी पर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि बाकी कोच के साथ यात्रा आगे बढ़ सके।
यात्रियों की आपबीती
घटना के समय ट्रेन में मौजूद एक यात्री अजय कुमार ने बताया, “एकदम से जोरदार झटका लगा और ट्रेन रुक गई। पहले तो लगा कि कोई तकनीकी खराबी है, लेकिन जब देखा कि डिब्बा ही पटरी से उतर गया है तो बहुत डर लगने लगा। शुक्र है कि कोई घायल नहीं हुआ।”
एक महिला यात्री, रीना देवी ने कहा, “भीड़ ज्यादा थी, जनरल डिब्बा में खड़े होकर सफर कर रहे थे। हादसा हो सकता था लेकिन भगवान का शुक्र है कि हम सब बच गए।”
राहत और बचाव कार्य में जुटे अधिकारी
हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे के उच्च अधिकारी और कानपुर जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई। राहत कार्यों की निगरानी स्वयं वरिष्ठ मंडल अभियंता और डीआरएम कर रहे हैं। रेलवे ने प्राथमिक जांच के आदेश दे दिए हैं और यह पता लगाने का प्रयास जारी है कि आखिर पटरी से उतरने की वजह क्या रही।
यातायात प्रभावित
इस हादसे के चलते कानपुर रेल सेक्शन पर अन्य ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है। कुछ ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है, जबकि कुछ को अस्थायी रूप से रोका गया है। रेलवे यात्रियों से अपील कर रहा है कि वे अपडेट के लिए हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क बनाए रखें।
रेलवे की अपील और हेल्पलाइन नंबर
रेलवे ने यात्रियों को किसी भी अफवाह से बचने की सलाह दी है। सभी आवश्यक सूचनाएं रेलवे के आधिकारिक पोर्टल और हेल्पलाइन नंबर 139 पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। यात्रियों के परिजन भी इन माध्यमों से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
विश्लेषण: एक बार फिर से उठे रेलवे सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर रेलवे की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे हादसे यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि क्या हमारी ट्रेनें अब भी सुरक्षित हैं? हर दिन लाखों लोग ट्रेनों से सफर करते हैं, लेकिन यदि ट्रैक और डिब्बों की नियमित जांच न हो तो ऐसे हादसे कभी भी बड़ी त्रासदी का रूप ले सकते हैं।
रेलवे को चाहिए कि वह ट्रैक मेंटेनेंस और कोच इंस्पेक्शन की प्रक्रिया को और अधिक सख्त बनाए, ताकि भविष्य में ऐसे किसी हादसे से बचा जा सके।
मुजफ्फरपुर-अहमदाबाद जनसाधारण एक्सप्रेस का पटरी से उतरना एक बड़ा अलार्म है, लेकिन राहत की बात यह रही कि सभी यात्री सुरक्षित हैं। रेलवे प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और ड्राइवर की सतर्कता के कारण एक बड़ा हादसा टल गया। अब आवश्यकता है व्यापक जांच और सुरक्षा उपायों के पुनर्मूल्यांकन की, जिससे देश के करोड़ों रेलयात्रियों को सुरक्षित सफर का भरोसा मिल सके।