ऑक्सीजन प्लांट में जोरदार धमाका: मोहाली के औद्योगिक क्षेत्र में बड़ा हादसा, दो की मौत, कई घायल ।

मोहाली (पंजाब), 6 अगस्त 2025 — पंजाब के मोहाली जिले के औद्योगिक क्षेत्र फेज-9 में मंगलवार दोपहर एक ऑक्सीजन सिलेंडर प्लांट में जोरदार धमाका हो गया, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। इस दर्दनाक हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई जबकि तीन से चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
हादसा इतना भयानक था कि फैक्ट्री की दीवारें और छत का एक हिस्सा उड़ गया, आसपास की इमारतें भी कांप उठीं और कुछ दूरी तक धमाके की आवाज सुनाई दी। स्थानीय लोगों और फैक्ट्री कर्मचारियों ने जब तक राहत कार्य शुरू किया, तब तक दो लोगों की जान जा चुकी थी।
घटना की जानकारी
यह हादसा दोपहर करीब 2 बजे हुआ जब फेज-9 के औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग यूनिट में अचानक विस्फोट हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, फैक्ट्री में सिलेंडर भरने का काम चल रहा था, तभी एक भारी विस्फोट हुआ और आग की लपटें उठने लगीं।
धमाके के तुरंत बाद फैक्ट्री के भीतर काम कर रहे मजदूरों में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी। दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
मृतकों की पहचान
हादसे में जिन दो लोगों की मौत हुई, उनकी पहचान आरिफ और देवेंद्र कुमार के रूप में हुई है। दोनों मजदूर फैक्ट्री में पिछले कई वर्षों से काम कर रहे थे। उनके शव बुरी तरह से झुलस चुके थे जिन्हें पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया है।
घायल लोगों में तीन से चार मजदूर शामिल हैं जिन्हें मोहाली के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों के परिवार वालों को सूचना दे दी गई है।
पुलिस व प्रशासन की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस, फायर विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। मोहाली पुलिस ने फैक्ट्री को सील कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस का कहना है कि हादसे की असली वजह का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक टीम और औद्योगिक सुरक्षा विशेषज्ञों को बुलाया गया है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि सिलेंडर में अत्यधिक दबाव के कारण धमाका हुआ। हालांकि, यह भी देखा जा रहा है कि कहीं सुरक्षा मानकों में कोई चूक तो नहीं हुई।
एसएचओ ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, “हम सभी एंगल से जांच कर रहे हैं। फैक्ट्री के मालिक और प्रबंधन से भी पूछताछ की जाएगी। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
स्थानीय लोगों में आक्रोश
स्थानीय निवासियों और मजदूर यूनियनों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि ऐसे प्लांट्स में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जाता और मजदूरों की जान जोखिम में डाल दी जाती है।
एक स्थानीय निवासी ने बताया, “फैक्ट्री में पहले भी छोटी मोटी घटनाएं होती रही हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रशासन को बार-बार शिकायत देने के बावजूद लापरवाही बरती गई।”
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
घटना के बाद मोहाली से विधायक और विपक्षी नेताओं ने ट्वीट कर इस हादसे पर शोक जताया और मृतकों के परिवार को मुआवजे की मांग की। पंजाब सरकार ने भी घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्विटर पर लिखा, “मोहाली में हुए हादसे से गहरा दुख पहुंचा है। मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता दी जाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
सरकार की ओर से राहत की घोषणा
पंजाब सरकार ने मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है, वहीं घायलों के इलाज का खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
यह हादसा एक बार फिर औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है। जहां एक ओर ऑक्सीजन जैसे विस्फोटक गैसों के साथ काम करने वाले प्लांट्स में विशेष सावधानी की जरूरत होती है, वहीं दूसरी ओर अक्सर सुरक्षा उपायों की अनदेखी की जाती है।
इस घटना ने न केवल दो परिवारों को उजाड़ दिया, बल्कि एक बड़ा सवाल भी खड़ा कर दिया है – क्या हमारे औद्योगिक संस्थानों में मजदूरों की जान की कोई कीमत है?
