
भारतीय क्रिकेट के दिग्गज और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) एक बार फिर सुर्खियों में हैं। खबरों के अनुसार, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन्हें टीम इंडिया का मेंटॉर बनने का प्रस्ताव दिया था। यह ऑफर धोनी को टी20 वर्ल्ड कप 2025 की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए दिया गया था। लेकिन, सूत्रों के मुताबिक, धोनी ने इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया। अब सवाल यह उठता है कि आखिर क्यों महेंद्र सिंह धोनी, जिन्होंने 2021 टी20 वर्ल्ड कप में बतौर मेंटॉर अपनी सेवाएं दी थीं, इस बार पीछे हट गए?
धोनी को क्यों दिया गया मेंटॉर का ऑफर?
BCCI लंबे समय से धोनी के अनुभव और रणनीतिक सोच का फायदा टीम इंडिया को दिलवाना चाहती है। उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 वनडे वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी।
टी20 वर्ल्ड कप 2025 करीब है और भारतीय टीम को मजबूत रणनीतिक दिशा की जरूरत है।
युवा खिलाड़ियों को ग्रूम करने और दबाव की स्थिति में निर्णय लेने की क्षमता सिखाने के लिए धोनी से बेहतर विकल्प शायद ही कोई हो।
आईपीएल में बतौर चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) कप्तान धोनी अब भी सक्रिय हैं और उनका नेतृत्व कौशल विश्व स्तर पर सराहा जाता है।
धोनी ने ऑफर क्यों ठुकराया?
रिपोर्ट्स के अनुसार, महेंद्र सिंह धोनी ने कई कारणों से यह ऑफर ठुकरा दिया:
1. समय की कमी:
धोनी फिलहाल आईपीएल और निजी जीवन के बीच संतुलन बना रहे हैं। पूरे साल टीम इंडिया के साथ यात्रा करना उनके लिए संभव नहीं है।
2. रिटायरमेंट के बाद का प्लान:
धोनी क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अधिकतर समय परिवार और रांची में अपने फार्महाउस पर बिताना पसंद करते हैं।
3. नई जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते:
2021 टी20 वर्ल्ड कप में वे मेंटॉर रहे थे, लेकिन इस बार वे किसी स्थायी भूमिका में नहीं रहना चाहते।
4. युवा मेंटॉर्स को मौका देने की सोच:
धोनी मानते हैं कि अब टीम इंडिया को नए चेहरों को आगे लाना चाहिए जो लंबे समय तक इस जिम्मेदारी को निभा सकें।
धोनी के फैसले का टीम इंडिया पर क्या असर पड़ेगा?
धोनी के अनुभव का फायदा हर युवा खिलाड़ी लेना चाहता है। उनकी शांत स्वभाव वाली नेतृत्व शैली और ड्रेसिंग रूम का माहौल हल्का रखने की कला अद्वितीय है।
अगर वे टीम के साथ होते तो:
बड़े टूर्नामेंट के दबाव में खिलाड़ियों को मानसिक मजबूती मिलती।
रणनीतिक फैसलों में कप्तान और कोच को अतिरिक्त समर्थन मिलता।
विकेटकीपर्स और फिनिशर्स को विशेष मार्गदर्शन मिलता।
लेकिन उनके इनकार के बाद अब BCCI को किसी अन्य पूर्व खिलाड़ी या कोच को ढूंढना होगा।
क्या भविष्य में धोनी को फिर से ऑफर मिल सकता है?
BCCI ने यह संकेत दिया है कि धोनी के लिए दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे। उनकी लोकप्रियता और प्रभाव को देखते हुए यह संभावना बनी हुई है कि भविष्य में उन्हें किसी बड़े टूर्नामेंट के लिए फिर से आमंत्रित किया जाए।
धोनी के मेंटॉर बनने की खबर पर फैंस की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर यह खबर आते ही फैंस ने तरह-तरह के रिएक्शन दिए। कुछ ने कहा कि धोनी को यह जिम्मेदारी जरूर लेनी चाहिए थी, जबकि कुछ का मानना है कि उनका फैसला सही है क्योंकि उन्होंने भारतीय क्रिकेट को पहले ही बहुत कुछ दिया है
ट्विटर पर #DhoniMentor ट्रेंड करने लगा।
कई फैंस ने कहा कि सिर्फ उनकी मौजूदगी से ही ड्रेसिंग रूम का माहौल बदल जाता।
कुछ फैंस ने BCCI से आग्रह किया कि उन्हें फुल-टाइम कोचिंग रोल की पेशकश की जाए।
धोनी का क्रिकेट करियर: एक नजर में
अंतरराष्ट्रीय करियर: 2004 – 2020
टेस्ट: 90 मैच, 4876 रन
वनडे: 350 मैच, 10773 रन
टी20: 98 मैच, 1617 रन
कप्तानी में उपलब्धियां:
टी20 वर्ल्ड कप 2007
वनडे वर्ल्ड कप 2011
चैंपियंस ट्रॉफी 2013
महेंद्र सिंह धोनी का टीम इंडिया के साथ जुड़ना हमेशा फैंस के लिए उत्साह का विषय रहा है। इस बार उनका टीम इंडिया का मेंटॉर बनने से इनकार करना जरूर चौंकाने वाला है, लेकिन उनके फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए। वे भारतीय क्रिकेट के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत रहेंगे और आने वाले समय में भी किसी न किसी रूप में भारतीय क्रिकेट को लाभ पहुंचा सकते हैं।