“NDA बैठक: ऑपरेशन सिंदूर और जातीय जनगणना पर सहमति”।
NDA MEETING: 25 मई 2025 को नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उच्चस्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और जातीय जनगणना जैसे विषय शामिल थे।
बैठक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर विशेष जोर दिया गया, जिसे भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर लक्षित हमलों के रूप में अंजाम दिया गया था। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अभियान को भारत की नई सुरक्षा नीति का प्रतीक बताया, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ सख्त और निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं।
बैठक में केंद्र सरकार द्वारा आगामी जनगणना में जातीय आंकड़ों को शामिल करने के निर्णय की सराहना की गई। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस पहल को समावेशी शासन और सामाजिक न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
इस निर्णय को बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जहां जातीय समीकरणों का बड़ा प्रभाव होता है। NDA इस पहल को सामाजिक न्याय और पिछड़े वर्गों के सशक्तिकरण के रूप में प्रस्तुत कर रही है।
बैठक में बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए रणनीति पर भी चर्चा हुई। NDA ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता और जातीय जनगणना के निर्णय को चुनावी मुद्दों के रूप में प्रस्तुत करने की योजना बना रही है, ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक न्याय के संदेश को मतदाताओं तक पहुंचाया जा सके।
जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने भी इस रणनीति का समर्थन करते हुए कहा कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाता है और जातीय जनगणना सामाजिक समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
NDA की इस बैठक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और जातीय जनगणना जैसे मुद्दों पर लिए गए निर्णयों को भारत की सुरक्षा नीति और सामाजिक न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इन पहलों को आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में NDA की रणनीति के केंद्र में रखा गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि गठबंधन राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक समावेशिता को प्राथमिकता दे रहा है।