
News Bag Deoghar:
चिकित्सकों के आंदोलन को मिला कर्मचारी संघ का समर्थन
देवघर-देश आजादी महोत्सव मनाने में डूबा हुआ था इस समय पश्चिम बंगाल के आर जी कर चिकित्सा महाविद्यालय कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ कर्तव्य अवधि के दौरान
सामूहिक दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या सहित अस्पताल में तोड़फोड़ करने के खिलाफ झासा एवं आईएमए द्वारा प्रस्तावित दिनांक 17/ 8/24 के प्रातः 6:00 बजे से दिनांक 18/8/24 के प्रातः 6:00 बजे तक के कार्य बहिष्कार को झारखंड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के देवघर शाखा के द्वारा समर्थन दिया गया है।
इस बाबत संघ के जिला अध्यक्ष मनोज कुमार मिश्रा ने पत्र जारी कर इस आंदोलन में आईएमए एवं झासा के सहयोग में जिले के सभी कर्मचारियों को आधिकाधिक संख्या में शामिल होने का आवाहन किया गया था।
जिसके आलोक में जिले के सभी अस्पतालों में चिकित्सकों के साथ कर्मचारियों ने भी आंदोलन में साथ दिया और विरोध प्रदर्शन करते हुए अभियुक्तों के अविलंब गिरफ्तारी और उन्हें फांसी की सजा दिए जाने की मांग की।
जिला अध्यक्ष श्री मनोज कुमार मिश्रा के नेतृत्व में सदर अस्पताल देवघर के उपायुक्त कार्यालय के समक्ष सदर अस्पताल के सभी कर्मचारियों के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया और बंगाल सरकार ,प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारे लगाए गए और दोषियों को सजा देने की मांग की गई
इस आंदोलन में चिकित्सकों के साथ ही कर्मचारी संघ के संयुक्त सचिव संजीव मिश्रा अराजपत्रित कर्मचारी संघ के नेता अरूणानंद झा ,रवि रंजन त्रिलोकी नाथ पांडे अनिल गुप्ता चंद्रमौली विजय प्रसाद अनिमेष घोष प्रमोद सोरेन अलका कुमारी अनिता कुमारी रानी रितम मीणा झा सहित सैकड़ो कर्मचारी मौजूद थे।
इस संदर्भ में श्री मिश्रा ने बताया की एक गरीब परिवार की होनहार लड़की जिस के मां-बाप ने बड़ी उम्मीद से चिकित्सक बनाया और उच्च शिक्षा के लिए पुनः नामांकन कराया ।
चिकित्सा महाविद्यालय में प्रशिक्षु चिकित्सक को कर्तव्य अवधि के दौरान आराम के दौरान हवशी दरिंदों ने सामूहिक रूप से हवस का शिकार बनाया और निर्ममता से उसकी हत्या कर दी गई और प्रशासन के द्वारा इसे आत्महत्या बताया जा रहा था।
इतने बड़े अस्पताल में ड्यूटी के दौरान दर्जनों लोगों के द्वारा बलात्कार और कई हड्डियों को तोड़ने के बाद निर्मम हत्या की गई और किसी को कुछ पता नहीं चलना कुछ और इशारा करता है।
मामले को दबाने का पूरा प्रयास किया गया। देश के आम जनता से भी इस आंदोलन में शरीक होने तथा उसे अपना आंदोलन बनाने का अनुरोध किया।
जिस लड़की की हत्या हुई वह सिर्फ डॉक्टर नहीं थी वह किसी गरीब आम जनता की बेटी थी हमारे देश की भविष्य थी और हमारे भविष्य को इस तरह कुचला और रौंदा जाएगा और हम कब तक उदासीन बने रहेंगे इस मामले पर जन आंदोलन की आवश्यकता है।