
देवघर। देश की सरहदों पर तैनात होकर मातृभूमि की रक्षा करना हर जवान का सपना होता है। लेकिन कई बार यह सपना अपूर्ण रह जाता है और देश सेवा करते हुए जवान वीरगति को प्राप्त कर जाते हैं। ऐसा ही हुआ देवघर जिला के मधुपुर प्रखंड स्थित कजरा गांव निवासी अग्निवीर नीरज कुमार चौधरी के साथ, जो सियाचिन ग्लेशियर में ड्यूटी के दौरान हिमस्खलन की चपेट में आकर वीरगति को प्राप्त हो गए।
नीरज कुमार चौधरी की शहादत की खबर मिलते ही पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया। गांव में मातम का माहौल है। घर के आंगन से लेकर गली-कूचों तक सिर्फ एक ही आवाज गूंज रही है— “नीरज अमर रहें, भारत माता की जय।”
रांची एयरपोर्ट पर दी गई श्रद्धांजलि
सोमवार को वीर शहीद नीरज चौधरी का पार्थिव शरीर विशेष विमान से रांची एयरपोर्ट लाया गया। एयरपोर्ट पर राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्रिगण, सेना के उच्च अधिकारी और बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों ने शहीद के तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पूरा एयरपोर्ट भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारों से गूंज उठा।
देवघर से लेकर पूरे झारखंड में शोक
नीरज चौधरी की शहादत की खबर जैसे ही देवघर और मधुपुर क्षेत्र में पहुंची, वैसे ही गांव में मातम पसर गया। परिवार के सदस्य रो-रोकर बेहाल हैं। शहीद की मां अपने लाल को खोने के गम में बेसुध हो गई हैं। पिता की आंखों से आंसुओं की धारा रुक नहीं रही। वहीं गांव के लोग शहीद के घर पहुंचकर परिवार को ढांढस बंधाने की कोशिश कर रहे हैं।
देश की सेवा में बलिदान
नीरज चौधरी कुछ वर्ष पहले भारतीय सेना में अग्निवीर के रूप में भर्ती हुए थे। परिवार और गांव वालों का कहना है कि बचपन से ही उनका सपना देश सेवा करना था। वे हमेशा कहा करते थे कि “मां, मैं देश की रक्षा करूंगा और देश के लिए जान भी दे दूंगा।” आज उनका यह सपना पूरा हुआ, लेकिन इस बलिदान ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया है।
शोक संवेदनाएं
शहीद की शहादत पर झारखंड के राज्यपाल, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित कई जनप्रतिनिधियों ने गहरी संवेदना प्रकट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड को अपने वीर सपूत पर गर्व है। सरकार शहीद परिवार को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी।
स्थानीय सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने भी शोक जताते हुए कहा कि नीरज की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। यह बलिदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।
मरांग बुरु से प्रार्थना
गांव और आसपास के क्षेत्र के लोग शहीद की आत्मा की शांति के लिए मरांग बुरु से प्रार्थना कर रहे हैं। सभी का कहना है कि ईश्वर शोकाकुल परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
अंतिम संस्कार की तैयारी
सूत्रों के अनुसार, शहीद नीरज कुमार चौधरी का अंतिम संस्कार देवघर जिला के मधुपुर प्रखंड के कजरा गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। गांव के लोग अंतिम दर्शन के लिए बेताब हैं। प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था की पूरी तैयारी कर ली है।
देशभर में शहीद को नमन
सियाचिन को दुनिया का सबसे ऊंचा और कठिन युद्धक्षेत्र कहा जाता है। यहां तैनात हर जवान मौसम और दुश्मन दोनों से जंग लड़ता है। नीरज कुमार चौधरी ने इसी मोर्चे पर अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा की। उनकी शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा।
आज पूरा देश उन्हें नमन कर रहा है और कह रहा है—
“जब तक सूरज-चांद रहेगा, नीरज तेरा नाम रहेगा।”
“जब तक सूरज-चांद रहेगा, नीरज तेरा नाम रहेगा।”