देवघर जिले की पुलिस ने मंगलवार को एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए अंतरराज्यीय पाइपलाइन सेंधमारी और क्रूड ऑयल चोरी करने वाले संगठित गैंग का भंडाफोड़ किया। जसीडीह थाना क्षेत्र में गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई में कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी आरोपी विभिन्न राज्यों के रहने वाले हैं और लंबे समय से कच्चे तेल की चोरी के अवैध कारोबार में शामिल थे। पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के कारण एक बड़े हादसे और करोड़ों रुपये के नुकसान को टाला जा सका।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गिरोह बड़े स्तर पर पाइपलाइन को काटकर कच्चा तेल निकालने की योजना बना रहा था। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जसीडीह थाना की विशेष टीम ने मौके पर घेराबंदी कर छापेमारी की और सभी आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह गिरोह संगठित तरीके से अलग-अलग राज्यों में होटल, किराए के कमरे और सुरक्षित ठिकानों पर रुककर पाइपलाइन में सेंध लगाने का अपराध संचालित करता था।
डिजिटल डिवाइस, उपकरण और चोरी का सामान बरामद
छापेमारी के दौरान गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने कई महत्वपूर्ण सबूत भी बरामद किए। इनमें शामिल हैं—
कई मोबाइल फोन
मल्टी–मीडिया डिवाइस
चोरी की गतिविधि से जुड़े वीडियो और रिकॉर्डिंग
प्लास्टिक सेक्शन पाइप
लोहे की रॉड
पैना
बड़ी और छोटी बोतलें
पाइपलाइन काटने में उपयोग होने वाले अन्य उपकरण
पुलिस का कहना है कि इन डिजिटल डिवाइस की मदद से गिरोह की कार्यप्रणाली, नेटवर्क और अन्य सहयोगियों तक पहुंचने में मदद मिलेगी। बरामद वीडियो और लोकेशन डेटा से स्पष्ट होता है कि आरोपी पहले पाइपलाइन का निरीक्षण करते थे, फिर रात के अंधेरे में सेंध लगाते थे।
कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज
पुलिस ने पूरे मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक संसाधनों को होने वाले बड़े नुकसान को देखते हुए कड़ी धाराएं लगाई हैं। आरोपियों के खिलाफ निम्नलिखित कानूनों के तहत केस दर्ज किया गया है—
B.N.S-2023 की संबंधित धाराएं
Petroleum and Mineral Pipeline (Amending) Act
Explosive Substance Act 1908
Essential Commodities Act (7 EC Act)
इन धाराओं के तहत दोषी पाए जाने पर लंबी कैद और भारी आर्थिक दंड का प्रावधान है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि तेल पाइपलाइन में सेंधमारी केवल आर्थिक अपराध नहीं बल्कि संवेदनशील सुरक्षा मसला भी है। ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की विस्फोटक घटना बड़ी त्रासदी का रूप ले सकती है।
गैंग का नेटवर्क कई राज्यों तक फैला — पुलिस की जांच जारी
जांच में यह भी सामने आया है कि यह गिरोह कोई सामान्य चोरी करने वाला दल नहीं बल्कि एक पूरी तरह संगठित क्राइम नेटवर्क था। आरोपी नियमित रूप से राज्य बदलकर होटल, लॉज और किराए के मकानों में रुकते थे। फिर वे अलग-अलग राज्यों की पाइपलाइन का मैप तैयार कर चोरी की योजना बनाते थे। इसके बाद मौके का निरीक्षण कर तय समय पर पाइपलाइन में सेंध लगाते थे और बड़ी मात्रा में क्रूड ऑयल टैंकर या कंटेनर में भरकर आगे सप्लाई कर देते थे।
पुलिस अब गिरोह के वित्तीय लेनदेन, संपर्क सूत्र, खरीददारों और राज्यों के बीच की लिंक को खंगाल रही है। मामले में अन्य राज्यों की पुलिस से भी संपर्क किया गया है। गिरोह के कुछ और सदस्यों के छिपे होने की आशंका है, जिनकी तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
पुलिस टीम का सराहनीय प्रयास
पूरी कार्रवाई जसीडीह थाना टीम के प्रभावी नेतृत्व में सफल हुई। कार्रवाई करने वाली टीम में—
थाना प्रभारी दीपक कुमार,
अमर कुमार,
अनूप कुमार,
कल्याणेश कुमार
एवं अन्य पुलिसकर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
पुलिस अधीक्षक ने टीम को बधाई देते हुए कहा कि जिले में किसी भी प्रकार के संगठित अपराध, विशेषकर संसाधन चोरी और पाइपलाइन क्षति से जुड़े अपराधों पर सख्ती से कार्रवाई जारी रहेगी।
जनता के लिए चेतावनी और अपील
पुलिस ने जनता से अपील की है कि पाइपलाइन के आसपास किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अजनबी लोगों की आवाजाही दिखाई दे तो तुरंत स्थानीय थाना या पुलिस हेल्पलाइन पर सूचना दें। ऐसी आपराधिक गतिविधियां न सिर्फ आर्थिक क्षति पहुँचाती हैं बल्कि किसी भी समय बड़ा विस्फोट और जान–माल की हानि का कारण बन सकती हैं।
देवघर पुलिस की यह कार्रवाई प्रदेश में बढ़ते पाइपलाइन चोरी और क्रूड ऑयल के अवैध व्यापार पर एक बड़ा प्रहार है। पांच आरोपियों की गिरफ्तारी और महत्वपूर्ण साक्ष्य बरामद होने के बाद पुलिस को उम्मीद है कि पूरे नेटवर्क को शीघ्र ही उजागर कर लिया जाएगा। यह कार्रवाई साबित करती है कि संगठित अपराध पर लगाम लगाने के लिए देवघर पुलिस पूरी तरह सक्रिय और तैयार है।
