
Operation Shield: ऑपरेशन शील्ड के तहत छह राज्यों में मॉक ड्रिल, नागरिकों को किया गया जागरूक।
देश की सुरक्षा तैयारियों को परखने और आम नागरिकों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से “ऑपरेशन शील्ड” के तहत भारत के छह राज्यों में व्यापक स्तर पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल के माध्यम से किसी आपात स्थिति, आतंकी हमले या अन्य राष्ट्रीय आपदाओं से निपटने की तैयारियों की जांच की गई।
इस अभ्यास के दौरान सुरक्षा एजेंसियों, स्थानीय प्रशासन, पुलिस बल और आपदा प्रबंधन टीमों ने मिलकर विभिन्न प्रकार की आपातकालीन स्थितियों का अनुकरण किया। कहीं आतंकवादी हमले की स्थिति दर्शाई गई, तो कहीं प्राकृतिक आपदा जैसे भूकंप या बम विस्फोट के हालात का सजीव अभ्यास किया गया।
मॉक ड्रिल के दौरान आम लोगों को भी शामिल किया गया और उन्हें बताया गया कि ऐसी आपात परिस्थितियों में किस प्रकार सतर्कता बरतनी चाहिए, कहां शरण लेनी चाहिए और किससे संपर्क करना है।
कुछ स्थानों पर मॉक ड्रिल के दौरान ब्लैक आउट (बिजली बंद कर के अंधेरा कर देना) भी किया गया, ताकि यह देखा जा सके कि बिजली गुल हो जाने की स्थिति में सुरक्षाकर्मी और आम जनता कैसे प्रतिक्रिया देते हैं।
ऑपरेशन शील्ड का मुख्य उद्देश्य नागरिकों और सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय को मजबूत करना और यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी तरह की आपदा या हमले की स्थिति में जान-माल की हानि को कम से कम किया जा सके।
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की मॉक ड्रिल समय-समय पर होती रहनी चाहिए, ताकि जनता सतर्क और तैयार रह सके। कई स्थानों पर लोगों ने इस अभ्यास की सराहना की और इसे उपयोगी बताया।
सरकार और सुरक्षा एजेंसियां भविष्य में भी ऐसे अभ्यासों के जरिए देश की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।