
Palamu: मानसिक तनाव ने ली जान! मेदिनीनगर में युवक ने खुद को जिंदा जला डाला।
मेदिनीनगर। पलामू जिले के मेदिनीनगर शहर थाना क्षेत्र अंतर्गत रेड़मा रांची रोड पर गुरुवार देर रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। सुरेश सिंह चौक की ओर जाने वाले मार्ग पर एक युवक का अधजला शव बरामद हुआ, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान 22 वर्षीय राजकुमार चंद्रवंशी के रूप में हुई है, जो रेड़मा स्थित देवी मंडप मुहल्ला निवासी संजय चंद्रवंशी का पुत्र था।
राजकुमार चंद्रवंशी एक किराना दुकान में कार्यरत था और हाल के दिनों में मानसिक तनाव से गुजर रहा था। मृतक के भाई ने इस घटना को लेकर शहर थाना में एक लिखित आवेदन भी दिया है, जिसमें यह बताया गया है कि राजकुमार मानसिक रूप से काफी परेशान था, जिससे उसने यह आत्मघाती कदम उठाया।
घटना बुधवार की देर रात लगभग 12:30 बजे की बताई जा रही है। पुलिस और स्थानीय लोगों के अनुसार, घटनास्थल के पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटना कैद हो गई है। फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि युवक ने पहले खुद पर ज्वलनशील पदार्थ (संभावित रूप से तेल) छिड़का और कुछ ही पलों बाद खुद को आग के हवाले कर दिया। यह मंजर इतना भयावह था कि जिसने भी देखा, उसकी रूह कांप उठी।
घटना की सूचना मिलने के बाद शहर थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार और टीओपी टू के प्रभारी राकेश कुमार सिंह तुरंत अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और आगे की कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम के लिए मेदिनीनगर एमएमसीएच (मेडिकल कॉलेज अस्पताल) भेज दिया। साथ ही मृतक के परिजनों को सूचना दी गई और उन्हें थाने बुलाकर पूछताछ भी की गई।
पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। हालांकि, पुलिस सभी संभावित पहलुओं पर गहराई से छानबीन कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह आत्महत्या ही है या इसके पीछे कोई अन्य कारण या साजिश है। मृतक के मानसिक हालात, पारिवारिक परिस्थितियों, और उसके मोबाइल कॉल रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है।
इस दुखद घटना से स्थानीय लोगों में शोक की लहर है। मृतक को जानने वाले लोगों ने बताया कि वह स्वभाव से शांत और मेहनती युवक था, लेकिन पिछले कुछ समय से वह तनाव में दिखाई दे रहा था।
पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि यदि किसी को इस मामले से जुड़ी कोई भी जानकारी हो, तो वे आगे आकर पुलिस की सहायता करें। साथ ही, मानसिक तनाव से जूझ रहे लोगों के लिए सामाजिक सहयोग और संवेदनशीलता बरतने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया है।
यह घटना एक बार फिर इस बात की चेतावनी देती है कि मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए और समय रहते मदद लेना अत्यंत जरूरी है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द ही अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचने की उम्मीद है।