
वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन से हड़कंप: 4 श्रद्धालु घायल, कई तीर्थयात्री फंसे; रेस्क्यू जारी।
कटरा/रियासी। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा के दौरान सोमवार सुबह एक बड़ी प्राकृतिक आपदा की स्थिति बन गई, जब त्रिकुटा पहाड़ियों पर भारी बारिश के चलते पुराने यात्रा मार्ग पर भूस्खलन हो गया। इस हादसे में कम से कम चार श्रद्धालु घायल हो गए हैं जबकि दर्जनों श्रद्धालु अब भी मार्ग में फंसे हुए बताए जा रहे हैं।
भूस्खलन की यह घटना सुबह करीब 8:50 बजे बाणगंगा क्षेत्र में ‘गुलशन का लंगर’ नामक स्थान के पास हुई। यहां तीर्थयात्री सामान्यत: विश्राम और भोजन के लिए रुकते हैं, लेकिन अचानक हुए भूस्खलन ने सबको हैरान-परेशान कर दिया।
भारी बारिश बनी हादसे की वजह
जम्मू क्षेत्र के कटरा और आसपास के इलाकों में पिछले 24 घंटों से लगातार तेज बारिश हो रही थी। मौसम विभाग पहले ही इस इलाके के लिए रेड अलर्ट जारी कर चुका था। त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित वैष्णो देवी यात्रा मार्ग बेहद संवेदनशील इलाका माना जाता है, जहां वर्षा के कारण भूस्खलन और पत्थर गिरने की घटनाएं अक्सर सामने आती रही हैं।
घायलों का इलाज जारी, रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर
भूस्खलन की सूचना मिलते ही श्राइन बोर्ड, NDRF, स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बलों की टीमें तुरंत हरकत में आईं। घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और मलबे में फंसे श्रद्धालुओं को निकाला गया। फिलहाल चार घायलों को कटरा के नारायणा अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
रेस्क्यू दलों ने इलाके को घेरकर बाकी फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। हालांकि खराब मौसम और लगातार हो रही बारिश के कारण राहत कार्यों में बाधा आ रही है।
श्राइन बोर्ड ने जारी किया अलर्ट
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से पुराने मार्ग का इस्तेमाल न करें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। बोर्ड के अनुसार, नया ट्रैक फिलहाल सुरक्षित है और वहां से यात्रा को नियंत्रित ढंग से जारी रखा गया है।
श्राइन बोर्ड के सीईओ अजय सिंह ने कहा,
> “श्रद्धालुओं की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। मौसम विभाग से मिल रही जानकारी के अनुसार अगले 48 घंटे और सतर्क रहने की जरूरत है।”
कटरा में भीड़ और अफरातफरी
हादसे की खबर फैलते ही कटरा बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और यात्रा पंजीकरण काउंटरों पर भी अफरातफरी का माहौल बन गया। कई तीर्थयात्रियों ने यात्रा स्थगित कर दी तो कई ने पुराना ट्रैक छोड़कर नया ट्रैक अपनाने का निर्णय लिया।
स्थानीय होटल संचालकों ने भी श्रद्धालुओं को अपने कमरे में सुरक्षित रहने की सलाह दी है। प्रशासन ने नगर क्षेत्र में आपदा कंट्रोल रूम भी सक्रिय कर दिया है और हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं।
पूर्व में भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
यह पहला मौका नहीं है जब वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन हुआ हो। इससे पहले भी 2022, 2023 और 2024 में भारी बारिश के चलते इस क्षेत्र में आवागमन बाधित हुआ था। वर्ष 2022 में तो ऐसी ही एक घटना में तीन श्रद्धालुओं की मौत भी हो गई थी।
हेल्पलाइन नंबर और सरकारी अपील
कटरा प्रशासन और श्राइन बोर्ड ने निम्न हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:
श्राइन बोर्ड हेल्पलाइन: 01991-234804
कटरा पुलिस कंट्रोल रूम: 01991-232010
आपदा प्रबंधन हेल्पलाइन: 0191-2571616
श्रद्धालुओं को सलाह दी गई है कि वे अपने मोबाइल में लोकेशन ऑन रखें, समूह में यात्रा करें और प्रशासन की अनुमति के बिना ऊपरी रास्तों की ओर न जाएं।
स्थिति पर नजर बनाए हुए है प्रशासन
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी घटना को गंभीरता से लेते हुए कटरा प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि फंसे श्रद्धालुओं की हर संभव मदद की जाए और आपात सेवाएं हर समय तैनात रहें।
यात्रा व्यवस्था होगी पुनर्गठित
श्राइन बोर्ड और जिला प्रशासन अब वैष्णो देवी यात्रा के मार्गों की स्थिति का ताजा मूल्यांकन कर रहा है। संभावना जताई जा रही है कि भूस्खलन संभावित क्षेत्रों को अगले कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया जाएगा और यात्रा को केवल नई मार्ग प्रणाली के माध्यम से ही संचालित किया जाएगा।
माता वैष्णो देवी की यात्रा, आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है, लेकिन हर वर्ष मानसून के दौरान यह मार्ग प्राकृतिक आपदाओं की चपेट में आ जाता है। ऐसे में जरूरी है कि श्रद्धालु सतर्क रहें, मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा करें और प्रशासन द्वारा दिए गए सुझावों का पालन करें। प्रशासन और रेस्क्यू टीमें लगातार मोर्चे पर डटी हुई हैं, और उम्मीद है कि जल्द ही सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।