
पटना सिविल कोर्ट को ई-मेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस अलर्ट पर
पटना: बिहार की राजधानी पटना में शनिवार को एक बड़ी सनसनी फैल गई जब पटना सिविल कोर्ट को ई-मेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी दी गई। इस धमकी भरे ई-मेल के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में आ गईं। बताया जा रहा है कि ई-मेल में स्पष्ट रूप से धमकी दी गई कि कोर्ट परिसर में बम धमाका किया जाएगा। इस घटना के बाद कोर्ट की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और सभी प्रवेश द्वारों पर सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है।
कैसे मिली धमकी?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शनिवार सुबह सिविल कोर्ट प्रशासन को एक ई-मेल प्राप्त हुआ जिसमें बम धमाके की धमकी दी गई थी। ई-मेल की भाषा आपत्तिजनक और धमकी भरी थी। मेल प्राप्त होते ही कोर्ट प्रशासन ने इसकी जानकारी पटना पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को दी। इसके बाद पुलिस की बम निरोधक दस्ता (बॉम्ब स्क्वॉड) और डॉग स्क्वॉड टीम मौके पर पहुंची और कोर्ट परिसर की तलाशी ली।
पुलिस ने क्या कदम उठाए?
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने बताया कि धमकी मिलने के बाद पूरे सिविल कोर्ट परिसर को घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया गया। कोर्ट में आने-जाने वाले लोगों की गहन जांच की गई और संदिग्ध वस्तुओं की तलाश में बम निरोधक दस्ता तैनात कर दिया गया। अभी तक तलाशी के दौरान कोई विस्फोटक सामग्री बरामद नहीं हुई है, लेकिन पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है।
जांच में कौन सी एजेंसियां शामिल?
इस मामले की जांच में स्थानीय पुलिस के साथ-साथ एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) और साइबर क्राइम यूनिट भी जुट गई है। ई-मेल कहां से भेजा गया और इसके पीछे किसका हाथ है, यह पता लगाने के लिए साइबर सेल ई-मेल ट्रेस करने में लगी हुई है। संभावना जताई जा रही है कि ई-मेल किसी फर्जी आईडी से भेजा गया हो सकता है।
क्या कोर्ट की कार्यवाही प्रभावित हुई?
धमकी मिलने के बाद कोर्ट की कार्यवाही को कुछ समय के लिए प्रभावित किया गया। सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद ही वकीलों, कर्मचारियों और आम लोगों को प्रवेश की अनुमति दी गई। पटना जिला न्यायालय ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन से अतिरिक्त सुरक्षा बल की मांग की है।
पहले भी मिल चुकी हैं धमकियां
यह पहली बार नहीं है जब पटना या बिहार के किसी कोर्ट को धमकी मिली हो। इससे पहले भी कई बार फोन कॉल या पत्र के जरिए धमकियां मिल चुकी हैं। हालांकि, अधिकतर मामलों में ये धमकियां अफवाह या झूठी साबित हुई हैं, लेकिन पुलिस हर बार इसे गंभीरता से लेती रही है।
पुलिस ने जनता से क्या अपील की?
पटना पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने यह भी कहा कि इस तरह की धमकियां फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
कानूनी प्रावधान और कार्रवाई
कानून विशेषज्ञों का कहना है कि ई-मेल के जरिए धमकी देना सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत गंभीर अपराध है। अगर आरोपी पकड़ा जाता है, तो उसे लंबी सजा के साथ-साथ भारी जुर्माना भी हो सकता है।
लोगों में दहशत और सतर्कता दोनों
धमकी के बाद कोर्ट परिसर में आने वाले वकीलों और आम नागरिकों में हल्की दहशत देखी गई, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के कारण हालात काबू में रहे। लोग सतर्क भी दिखे और पुलिस की जांच में पूरा सहयोग दिया।
आगे की कार्रवाई क्या होगी?
पुलिस फिलहाल ई-मेल भेजने वाले व्यक्ति या संगठन का पता लगाने में लगी हुई है। तकनीकी जांच के लिए ई-मेल सर्वर और भेजने वाले के आईपी एड्रेस को ट्रैक किया जा रहा है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही धमकी देने वाले शख्स तक पहुंचा जा सकेगा।
पटना सिविल कोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। हालांकि, पुलिस ने समय रहते कार्रवाई करते हुए बड़े हादसे को टाल दिया। यह घटना साइबर सुरक्षा और कोर्ट परिसरों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में एक चेतावनी भी है।