
बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर दिल दहला देने वाले हादसे की त्रासदी का गवाह बनी। बुधवार (3 सितंबर) की देर रात पटना–गया–डोभी फोरलेन पर परसा बाजार थाना क्षेत्र के सुईथा मोड़ के निकट एक तेज रफ्तार कार ट्रक से टकरा गई। इस दर्दनाक दुर्घटना में पाँच व्यवसायियों की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे का विवरण
रात करीब 12 बजे फतुहा से लौट रही एक ग्रैंड विटारा कार अचानक नियंत्रित नहीं रही और सीधे ट्रक में पीछे से जा घुसी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार का कंट्रोल पूरी तरह खो गया और वह ट्रक से टकराकर लगभग 50 मीटर तक घिसटती चली गई।
स्थानीय लोगों ने जोरदार धमाके की आवाज सुनी और तुरंत पुलिस को सूचित कर घटना स्थल की ओर पहुँच गए। पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन कार इतनी क्षत-विक्षत हो गई थी कि शवों को बाहर निकालने के लिए गैस कटर और क्रेन की मदद ली गई। लगभग दो घंटे तक अथक प्रयास के बाद शव निकाले गए और उन्हें पोस्ट-मॉर्टम के लिए पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (PMCH) भेजा
पुलिस और समाचार एजेंसियों के अनुसार मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई:
राजेश कुमार (50 वर्ष) – कुर्जी चश्मा गली, पटना – एक प्रतिष्ठित कृषि एजेंसी के संचालक
संजय कुमार सिन्हा (55 वर्ष) – पटेल नगर, पटना – वाहन मालिक
कमल किशोर (38 वर्ष) – पटना निवासी
प्रकाश चौरसिया (35 वर्ष) – समस्तीपुर के निवासी, वर्तमान में पटना में रह रहे थे
सुनील कुमार (38 वर्ष) – मुजफ्फरपुर के निवासी, पटना में रह रहे थे
ये सभी व्यवसायी कीटनाशक एवं कृषि-उत्पादों के व्यापार से जुड़े थे और फतुहा से व्यापारिक काम से लौट रहे थे।
प्रारंभिक जांच–रफ्तार, लापरवाही या संकेतों का अभाव?
पुलिस के प्राथमिक निष्कर्षों में सामने आया कि कार की रफ्तार अत्यधिक थी और ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया था। जबकि ट्रक या तो धीमी गति से चल रहा था या वाहन किनारे पार्क था, जिस पर कोई उचित संकेत नहीं थे। इस वजह से चालक के पास ब्रेक लगाने का समय नहीं था।
डीएसपी रंजन कुमार ने भी हादसे का मुख्य कारण तेज रफ्तार ही बताया, साथ ही ट्रक चालक द्वारा तुरंत ब्रेक न लगाना इस हादसे को और भी जानलेवा बनाता है।
बचाव और परिजनों को सूचना
सूचना मिलते ही परसा बाजार थाना पुलिस और सदर डीएसपी मौके पर पहुँच गए। शवों को PMCH भेजने तक के लिए गैस कटर और क्रेन का इस्तेमाल किया गया। पुलिस ने पोस्ट–मॉर्टम के बाद फोन कॉल और दस्तावेज़ों के माध्यम से मृतकों के परिजनों को सूचना दी।
कानूनी कार्रवाई और जांच
परसा बाजार पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल चालक फरार है और पुलिस उसे गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी है।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस यह भी देख रहे हैं कि सड़क पर संकेतों की कमी या अगल–बगल के क्षेत्र में सुरक्षा उपायों की आवश्यकता क्या रही होगी।
हादसे के प्रभाव और सामाजिक प्रतिक्रिया
इस हादसे ने स्थानीय समुदाय और प्रशासन को झकझोर कर रख दिया। सड़क सुरक्षा, तेज रफ्तार और ट्रकों के उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में चेतावनी संकेतों की कमी जैसे मुद्दे फिर से उभर कर सामने आए हैं। मृतकों के परिवारों पर कर्ज़ और भावनात्मक प्रभाव को देखते हुए सहायता की मांग उठ रही है।
व्यापारिक समुदाय में गहरा शोक है क्योंकि ये व्यवसायी अपने परिवारों के साथ ही स्थानीय अर्थव्यवस्था से जुड़े थे।
पटना में यह दर्दनाक हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा की अनदेखी, तेज रफ्तार और संकेतों के अभाव जैसी लगातार परेशान करने वाली चुनौतियों को उजागर करता है। प्रशासन द्वारा सुधारात्मक कदम उठाए जाने की आवश्यकता अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है।