
PM मोदी बने दूसरे सबसे लंबे समय तक देश के प्रधानमंत्री, इंदिरा गांधी को छोड़ा पीछे
नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर ली है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पीछे छोड़ते हुए देश के सबसे लंबे समय तक पद पर बने रहने वाले दूसरे प्रधानमंत्री का स्थान प्राप्त कर लिया है। इससे पहले यह स्थान इंदिरा गांधी के नाम था, जिन्होंने तीन कार्यकालों में मिलाकर कुल 5,829 दिन देश की बागडोर संभाली थी। अब नरेंद्र मोदी ने इस आंकड़े को पार कर लिया है।
आंकड़ों में देखें पीएम मोदी की पारी
नरेंद्र मोदी ने 26 मई 2014 को पहली बार भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। इसके बाद 2019 में एक बार फिर पूर्ण बहुमत के साथ वे सत्ता में लौटे। अब तक वे लगातार 11 वर्षों से प्रधानमंत्री पद पर काबिज हैं। 25 जुलाई 2025 तक 5,830 दिन पूरे करते हुए उन्होंने इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
अब उनसे आगे केवल पंडित जवाहरलाल नेहरू हैं, जो 17 साल 286 दिन (यानी 6,130 दिन) तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे। मोदी यदि 2029 तक प्रधानमंत्री बने रहते हैं, तो नेहरू का रिकॉर्ड भी तोड़ सकते हैं।
10 सालों में मोदी का कार्यकाल क्यों रहा खास
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में कई बड़े बदलाव और निर्णय लिए गए। इनमें से कुछ उल्लेखनीय कदमों में शामिल हैं:
आर्थिक मोर्चा: जीएसटी लागू करना, नोटबंदी, डिजिटल इंडिया अभियान और स्टार्टअप इंडिया जैसे कार्यक्रम।
राष्ट्रीय सुरक्षा: सर्जिकल स्ट्राइक (2016) और एयर स्ट्राइक (2019) जैसे ऐतिहासिक कदम।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि मजबूत करना: G20 की अध्यक्षता, योग दिवस को वैश्विक मान्यता दिलाना।
जन-कल्याण योजनाएं: उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत, जल जीवन मिशन, पीएम किसान सम्मान निधि आदि।
इंदिरा गांधी की तुलना में मोदी
इंदिरा गांधी का कार्यकाल आपातकाल (1975-77) के लिए सबसे अधिक जाना जाता है, वहीं पीएम मोदी का कार्यकाल बड़े सुधारों और डिजिटल युग के तेजी से विस्तार के लिए जाना जाता है। इंदिरा गांधी ने जहां ‘गरीबी हटाओ’ का नारा दिया, वहीं मोदी ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन को आगे बढ़ाया।
दोनों ही प्रधानमंत्रियों को मजबूत नेतृत्व क्षमता, कड़े फैसले लेने की हिम्मत** और जनता से सीधा संवाद करने की कला के लिए जाना जाता है। लेकिन कार्यशैली में बड़ा अंतर देखा गया—जहां इंदिरा गांधी का शासन अधिक केंद्रीकृत था, वहीं मोदी ने डिजिटल और सोशल मीडिया के माध्यम से जनता से संवाद को प्राथमिकता दी।
विपक्ष का रुख
हालांकि मोदी के लंबे कार्यकाल को लेकर विपक्ष ने कई बार सवाल भी उठाए हैं—लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता, मीडिया पर नियंत्रण, और सामाजिक विभाजन जैसे मुद्दों को लेकर विरोध के स्वर उठते रहे हैं। फिर भी मोदी का लगातार दो बार भारी बहुमत से जीतना यह दर्शाता है कि जनता के बीच उनकी लोकप्रियता बरकरार है।
क्या 2029 तक मोदी रहेंगे पीएम?
भाजपा की मौजूदा रणनीति और संगठनात्मक मजबूती को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर नरेंद्र मोदी 2029 तक प्रधानमंत्री बने रहते हैं, तो वे पंडित नेहरू का रिकॉर्ड भी तोड़ देंगे और देश के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री बनने का इतिहास रचेंगे।
जनता का समर्थन और वैश्विक पहचान
मोदी की लोकप्रियता न सिर्फ भारत में, बल्कि विश्व पटल पर भी स्पष्ट दिखती है। उन्हें अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के साथ कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने और भारत को एक वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित करने का श्रेय दिया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह रिकॉर्ड भारतीय राजनीति के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय है। उन्होंने एक ऐसे युग की नींव रखी है, जिसमें राजनीतिक स्थिरता, आर्थिक बदलाव, डिजिटल प्रगति और वैश्विक पहचान का सम्मिलन है। इंदिरा गांधी को पीछे छोड़ना सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि यह उस भरोसे का प्रतीक है जो देश की जनता ने उनके नेतृत्व पर जताया है।