सूरत एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों पर विस्तृत संबोधन दिया। उन्होंने एनडीए की इस ऐतिहासिक जीत को बिहार की जनता की “बदलाव और विकास की राजनीति” की जीत बताते हुए कहा कि मतदाताओं ने जातिवाद और संप्रदायिक जहर फैलाने वाली राजनीति को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है। चुनाव परिणामों ने एक बार फिर साबित किया है कि बिहार तरक्की, स्थिरता और सुशासन के रास्ते पर आगे बढ़ना चाहता है।

प्रधानमंत्री मोदी अपने गुजरात दौरे से लौटते हुए सूरत एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। जैसे ही वह विमान से उतरे, वहां मौजूद मीडिया ने उनसे बिहार चुनाव के ऐतिहासिक नतीजों पर प्रतिक्रिया पूछी। पीएम मोदी ने मुस्कुराते हुए कहा कि बिहार ने एक बार फिर देश के सामने मिसाल पेश की है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने जातीय समीकरणों, नफरत फैलाने वाले प्रचार और विकास विरोधी मानसिकता को साफ-साफ नकार दिया है।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “बिहार ने यह तय कर दिया है कि वह भविष्य की राजनीति क्या चाहेगा। बिहार के लोगों ने यह दिखा दिया कि उन्हें अब सिर्फ और सिर्फ विकास, रोजगार और पारदर्शिता चाहिए। उन्होंने झूठे वादों, भ्रष्टाचार के आरोपों और वोट-बैंक की राजनीति को सिरे से खारिज कर दिया है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव में एनडीए की जीत को टीम वर्क का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य में चल रही विकास योजनाओं, गांव-गांव पहुंच रही सुविधाओं और गरीबों के कल्याण को जनता ने भरोसे के रूप में वोट दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के हर वर्ग—युवा, महिलाएं, किसान, गरीब और मध्यमवर्ग—ने मिलकर यह परिवर्तनकारी फैसला किया है।
अपने संबोधन में मोदी ने जातिवाद और संप्रदायिक ध्रुवीकरण पर भी करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि जो लोग समाज को बांटकर सत्ता हासिल करना चाहते थे, वे एक बार फिर जनता के फैसले से निराश हुए हैं। “बिहार की जनता ने साफ संदेश दिया है कि अब जाति और धर्म के नाम पर वोट मांगने वाले नेताओं का समय खत्म हो चुका है,” उन्होंने कहा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार की यह जीत सिर्फ चुनावी जीत नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक क्रांति का संकेत है। यह साबित करता है कि अब जनता मुद्दों और नीतियों पर वोट देती है, न कि नफरत की राजनीति पर। उन्होंने जोर देकर कहा कि आने वाले समय में बिहार को विकास की ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करेगी। उन्होंने कई आगामी परियोजनाओं और निवेश को लेकर भी आशा व्यक्त की।
सूरत एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने खासकर महिलाओं और युवाओं के समर्थन का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि बिहार की महिलाओं ने सुरक्षा, शिक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण की योजनाओं का लाभ देखकर एनडीए पर विश्वास जताया है। वहीं युवाओं ने रोजगार सृजन और आधुनिक ढांचे के निर्माण को लेकर सरकार की नीतियों पर भरोसा दिखाया है।
पीएम मोदी ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनावी प्रचार में भ्रम फैलाने, झूठे आरोप लगाने और लोगों को गुमराह करने की रणनीति पूरी तरह विफल रही। उन्होंने कहा कि कुछ दलों ने चुनाव को नफरत और विभाजन का मंच बनाने की कोशिश की, लेकिन बिहार की जनता ने उन्हें स्पष्ट संदेश दे दिया कि वे ऐसी राजनीति को स्वीकार नहीं करती।
चुनाव परिणामों के बाद बिहार के राजनीतिक भविष्य पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि राज्य में विकास की गति अब और तेज होगी। उन्होंने यह भी कहा कि विकास का यह मॉडल पूरे देश के लिए प्रेरणा बनेगा, क्योंकि यह दिखाता है कि लोग सिर्फ वही सरकार चाहते हैं जो जमीन पर काम करती हो, न कि सिर्फ भाषण देती हो।
प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान सूरत एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में समर्थक भी मौजूद थे। उन्होंने नारों और तालियों से पीएम मोदी का स्वागत किया। एयरपोर्ट अधिकारियों, सुरक्षा कर्मियों और स्थानीय नेताओं ने भी प्रधानमंत्री के इस संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली संबोधन की सराहना की।
अंत में पीएम मोदी ने कहा कि यह जीत बिहार के हर नागरिक को समर्पित है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में बिहार देश के सबसे तेज़ी से प्रगति करने वाले राज्यों में शुमार होगा। जनता के विश्वास को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा, “यह जीत जनता की जीत है। बिहार के हर गरीब, हर युवा, हर किसान और हर जनसामान्य की जीत है। यह नया बिहार है—जो विकास चाहता है और विकास पर विश्वास करता है।”
