नई दिल्ली, 12 नवंबर 2025 दिल्ली में हुए भीषण ब्लास्ट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार शाम सीधे एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने धमाके में घायल लोगों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी भूटान की दो दिवसीय राजकीय यात्रा से लौटते ही बिना अपने आवास गए सीधे अस्पताल पहुंचे और वहां घायलों का हाल जाना।

प्रधानमंत्री ने डॉक्टरों से भी बातचीत की और इलाज की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सभी घायलों को हरसंभव सरकारी मदद और बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। पीएम मोदी ने कहा कि “देश के नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
भूटान से लौटते ही पीएम मोदी का सीधा अस्पताल दौरा
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विमान दिल्ली एयरपोर्ट पर शाम करीब 6:10 बजे उतरी। जैसे ही उन्होंने दिल्ली पहुंची, बिना किसी प्रोटोकॉल देरी के वे सीधे एलएनजेपी अस्पताल के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री के साथ गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना भी मौजूद रहे।
अस्पताल में पीएम मोदी ने घायलों से बातचीत की, उनका हालचाल पूछा और डॉक्टरों से हर मरीज की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर देश के सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम भी तैनात की जाए।
पीएम मोदी ने कहा – “देश नहीं झुकेगा, आतंकवाद को मिलेगा मुंहतोड़ जवाब”
अस्पताल में मीडिया से बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह हमला देश की एकता और शांति पर सीधा वार है। उन्होंने कहा,
“भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और सख्त करेगा। जिन्होंने इस नृशंस कृत्य को अंजाम दिया है, वे चाहे जहां भी हों, उन्हें ढूंढ निकालकर सजा दी जाएगी।”
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि घायलों और उनके परिवारों को केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव आर्थिक और चिकित्सीय सहायता दी जाएगी।
गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली पुलिस कमिश्नर भी मौजूद
प्रधानमंत्री के साथ गृह मंत्री अमित शाह भी एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था और मरीजों की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी ली। अमित शाह ने कहा कि जांच एजेंसियां पूरी सतर्कता से मामले की जांच कर रही हैं और जल्द ही पूरे षड्यंत्र का खुलासा किया जाएगा।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने बताया कि धमाके के पीछे अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क की भूमिका की जांच की जा रही है। जांच टीम को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं और संदिग्धों की धरपकड़ के लिए छापेमारी जारी है।
एलएनजेपी अस्पताल में अलर्ट मोड, घायलों का चल रहा इलाज
दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में फिलहाल ब्लास्ट में घायल 27 लोगों का इलाज चल रहा है, जिनमें से 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है। अस्पताल प्रशासन ने सभी घायलों के लिए विशेष वार्ड बनाए हैं। डॉक्टरों ने बताया कि मरीजों को पूरी तरह निशुल्क इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है।
प्रधानमंत्री के दौरे के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली के सभी बड़े अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा है। एम्स और आरएमएल अस्पताल में भी विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम तैयार रखी गई है ताकि जरूरत पड़ने पर मरीजों को वहां शिफ्ट किया जा सके।
देशभर में बढ़ाई गई सुरक्षा, जांच एजेंसियां सक्रिय
दिल्ली ब्लास्ट के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
एनआईए और इंटेलिजेंस ब्यूरो की संयुक्त टीम मौके से जुटाए गए साक्ष्यों की जांच कर रही है। वहीं, गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से 48 घंटे के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
जनता से शांति बनाए रखने की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। उन्होंने कहा कि “हम सभी को एकजुट रहकर ऐसे कायराना हमलों का जवाब देना है। भारत को कोई नहीं डरा सकता।”
अस्पताल से निकलने के बाद पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर भी पोस्ट किया —
> “एलएनजेपी अस्पताल में घायलों से मुलाकात की। उनकी हिम्मत और साहस को सलाम करता हूं। सरकार हरसंभव सहायता दे रही है। देश इस दुखद घटना के पीछे के दोषियों को सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
दिल्ली सरकार ने भी जारी किया बयान
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भी ट्वीट कर बताया कि सभी घायलों के इलाज की पूरी जिम्मेदारी सरकार उठाएगी। उन्होंने कहा कि “राजनीति से ऊपर उठकर, हम सबको एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ खड़ा होना होगा।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एलएनजेपी अस्पताल दौरा न केवल घायलों के प्रति संवेदना का प्रतीक है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि भारत सरकार आतंकवाद को लेकर किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरतेगी। देश की सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सक्रिय हैं और आने वाले दिनों में जांच का दायरा और व्यापक किया जाएगा।
