
राबड़ी देवी का बड़ा आरोप: तेजस्वी यादव की जान को खतरा, अब तक 4 बार हो चुकी हत्या की कोशिश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर गंभीर आरोप, विधान परिषद की कार्यवाही के बाद राबड़ी देवी का बयान
पटना | ब्यूरो रिपोर्ट
बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। इस बार मामला सीधे तौर पर नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की सुरक्षा से जुड़ा है। शुक्रवार को बिहार विधान परिषद की कार्यवाही के स्थगित होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की वरिष्ठ नेता राबड़ी देवी ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव की जान को गंभीर खतरा है। उन्होंने कहा कि अब तक तेजस्वी की हत्या की चार बार कोशिश की जा चुकी है, लेकिन सरकार चुप्पी साधे बैठी है।
राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि वे विपक्ष को डराने और खत्म करने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष विपक्ष की आवाज दबाना चाहता है, और इसी साजिश का हिस्सा तेजस्वी यादव की हत्या की कोशिशें हैं।
विधान परिषद के बाहर भड़कीं राबड़ी देवी
विधान परिषद की कार्यवाही स्थगित होते ही राबड़ी देवी अपने दल के विधान पार्षदों के साथ बाहर आईं और मीडिया से मुखातिब हुईं। उन्होंने कहा
राबड़ी देवी ने आगे कहा ।
तेजस्वी पर हमले के प्रयास कब हुए?
हालांकि राबड़ी देवी ने इन चार हमलों की विस्तृत जानकारी नहीं दी, लेकिन राजनीतिक हलकों में यह चर्चा रही है कि कुछ मौकों पर तेजस्वी यादव की सुरक्षा में चूक हुई थी। चुनावी दौरों के दौरान, कुछ असामान्य घटनाएं भी सामने आई थीं, जिन्हें नजरअंदाज कर दिया गया था।
तेजस्वी यादव बिहार के सबसे लोकप्रिय युवा नेताओं में से एक हैं और विपक्ष की राजनीति में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। ऐसे में राबड़ी देवी का यह बयान राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
आरजेडी ने जताई साजिश की आशंका
राबड़ी देवी के इस बयान के बाद आरजेडी के अन्य नेताओं ने भी तेजस्वी की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की। विधान पार्षद भुलो मंडल ने कहा,
राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने भी इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
जेडीयू और बीजेपी ने पलटा आरोप
राबड़ी देवी के आरोपों पर सत्ता पक्ष की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आई है। जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा,
बीजेपी के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा,
नीतीश कुमार अब तक मौन
राबड़ी देवी के इस आरोप के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि यह देखना दिलचस्प होगा कि वे राबड़ी देवी के आरोपों का क्या जवाब देते हैं।
विपक्षी एकता की राजनीति में असर?
तेजस्वी यादव इन दिनों केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ बनने वाले विपक्षी गठबंधन में एक सक्रिय चेहरा हैं। राबड़ी देवी का यह बयान उस समय आया है जब राज्य में आगामी विधानसभा उपचुनावों और 2025 के विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राबड़ी देवी का यह बयान एक रणनीति भी हो सकती है, जिससे तेजस्वी यादव को जनता की सहानुभूति मिले और उनकी छवि एक संघर्षशील युवा नेता की बने।
सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका पर सवाल
राबड़ी देवी के बयान के बाद यह सवाल भी उठने लगे हैं कि क्या राज्य की सुरक्षा एजेंसियां नेता प्रतिपक्ष की सुरक्षा को लेकर लापरवाह हैं? क्या ऐसे संवेदनशील मुद्दे को राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप से ऊपर उठकर गंभीरता से लिया जाएगा?
राबड़ी देवी द्वारा तेजस्वी यादव की हत्या की साजिश का आरोप सिर्फ एक बयान नहीं, बल्कि आने वाले समय में बिहार की राजनीति को नई दिशा देने वाला मुद्दा बन सकता है। अगर आरोपों की पुष्टि हुई तो यह राज्य सरकार के लिए बड़ा संकट होगा, और अगर यह राजनीतिक बयानबाजी साबित हुआ, तो आरजेडी की साख को भी नुकसान हो सकता है। लेकिन फिलहाल इतना तय है कि बिहार की सियासत फिर एक बार उबाल पर है।