
नई दिल्ली/कोलंबिया: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इन दिनों कोलंबिया के दौरे पर हैं। अपने इस अंतरराष्ट्रीय दौरे के दौरान राहुल गांधी ने वहां भारतीय कंपनियों के काम की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि विदेशों में भारतीय उद्योगपति और कंपनियां जिस तरह मेहनत, ईमानदारी और गुणवत्ता के साथ कार्य कर रही हैं, वह न केवल भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती देती हैं बल्कि देश की छवि को भी वैश्विक मंच पर और ऊंचा करती हैं।
भारतीय कंपनियों की उपलब्धियों की सराहना
राहुल गांधी ने कोलंबिया में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय कंपनियों ने वैश्विक स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय उद्यमियों का योगदान न केवल तकनीकी क्षेत्र में है बल्कि कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा और ऊर्जा जैसे कई क्षेत्रों में भी तेजी से बढ़ रहा है।
राहुल गांधी के मुताबिक, कोलंबिया और लैटिन अमेरिका में भारतीय कंपनियों का निवेश और व्यापारिक सहयोग यह साबित करता है कि भारत केवल एशियाई महाद्वीप तक सीमित नहीं है बल्कि पूरी दुनिया में अपना मजबूत प्रभाव स्थापित कर रहा है।
युवाओं को दी प्रेरणा
अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने भारतीय मूल के युवाओं और छात्रों से भी मुलाकात की। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे अपने देश की जड़ों से जुड़े रहें और जहां भी काम करें, वहां भारत की संस्कृति, मूल्यों और मेहनतकश छवि को आगे बढ़ाएं। उन्होंने बताया कि भारतीय कंपनियों की यही सबसे बड़ी ताकत है कि वे न केवल व्यापार करती हैं बल्कि अपने मूल्यों के साथ अंतरराष्ट्रीय समाज को भी जोड़ती हैं।
भारतीय कंपनियों पर वैश्विक भरोसा
राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय कंपनियों की सफलता के पीछे उनकी गुणवत्ता और भरोसा है। आज वैश्विक बाजार भारतीय आईटी, फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोबाइल और टेक्सटाइल सेक्टर पर भरोसा करता है। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि कोरोना महामारी के समय भारतीय दवाइयों और वैक्सीन ने पूरी दुनिया को राहत पहुंचाई थी।
उन्होंने कहा कि भारत के युवा उद्यमी आज नए स्टार्टअप्स और इनोवेशन के जरिए भी दुनिया को प्रभावित कर रहे हैं। यही वजह है कि भारत की कंपनियां कोलंबिया सहित कई देशों में रोजगार के नए अवसर पैदा कर रही हैं।
कांग्रेस नेता की विदेश नीति पर दृष्टि
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि भारत और कोलंबिया जैसे देशों के बीच आपसी संबंध मजबूत होने से न केवल व्यापार को बढ़ावा मिलेगा बल्कि शिक्षा और तकनीकी सहयोग भी बढ़ेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और प्रगाढ़ होंगे।
उन्होंने भारतीय कंपनियों को कोलंबिया में कृषि, कॉफी उत्पादन, आईटी सेवाएं और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में नए अवसर तलाशने की सलाह दी।
राजनीतिक संदर्भ भी जुड़े
राहुल गांधी के इस दौरे को राजनीतिक नजरिए से भी देखा जा रहा है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी लगातार विदेश यात्राओं के जरिए भारत की छवि को मजबूत करने और प्रवासी भारतीयों से जुड़ने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यह कदम राहुल गांधी की वैश्विक छवि को और मजबूत करेगा और उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण वाले नेता के रूप में स्थापित करेगा।
राहुल गांधी का संदेश
राहुल गांधी ने अपने संदेश में कहा कि “भारतीय कंपनियां सिर्फ कारोबार नहीं करतीं, बल्कि भरोसा और रिश्ते बनाती हैं। यही वजह है कि दुनिया भर में भारतीय मूल के उद्यमियों और कंपनियों को सम्मान मिलता है। हमें इस भरोसे को आगे बढ़ाते हुए पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन करना है।”
भारत-कोलंबिया संबंधों पर असर
राहुल गांधी की इस यात्रा से यह भी उम्मीद की जा रही है कि भारत और कोलंबिया के बीच व्यापारिक संबंध और मजबूत होंगे। भारत पहले से ही कोलंबिया को फार्मा, ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल और आईटी सेवाओं के क्षेत्र में सहयोग दे रहा है। अब नए क्षेत्रों जैसे कि नवीकरणीय ऊर्जा और कृषि तकनीक में भी विस्तार की संभावना है।
राहुल गांधी का यह दौरा न केवल भारतीय कंपनियों की सराहना का मंच बना बल्कि भारत और कोलंबिया के संबंधों को भी नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है। इस यात्रा के जरिए उन्होंने यह संदेश दिया है कि भारतीय कंपनियां दुनिया में भरोसे और मेहनत की मिसाल हैं। साथ ही, यह दौरा उनके राजनीतिक करियर और अंतरराष्ट्रीय छवि को भी और मजबूत करेगा।