
दिल्ली में जारी रहेगा बारिश का दौर, मुंबई में रेड अलर्ट; हिमाचल में भूस्खलन की संभावना
देशभर में मानसून एक बार फिर जोर पकड़ चुका है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली, मुंबई, हिमाचल और उत्तराखंड समेत कई राज्यों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राजधानी दिल्ली में रविवार को बादल छाए रहेंगे और गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। वहीं, मुंबई में लगातार बारिश के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है। उधर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कई स्थानों पर भूस्खलन (Landslide) की चेतावनी दी गई है, जिससे स्थानीय प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
दिल्ली में बनी रहेगी नमी और बारिश का दौर
दिल्ली-एनसीआर में पिछले दो दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को सुबह और दोपहर के बीच हल्की से मध्यम वर्षा के एक-दो दौर देखने को मिल सकते हैं। इससे तापमान में गिरावट आएगी और लोगों को उमस से राहत मिलेगी।
अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
हवा की नमी 75% से अधिक दर्ज की जा सकती है।
मौसम विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटे तक दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
मुंबई में रेड अलर्ट, प्रशासन सतर्क
मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में लगातार तेज बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विभाग ने यहां रेड अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि अगले 24 घंटों में अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।
लोकल ट्रेन सेवाओं और सड़क यातायात पर असर पड़ सकता है।
निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है।
स्कूल-कॉलेजों को बंद रखने पर भी विचार किया जा सकता है।
मुंबई महानगर पालिका (BMC) ने आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट पर रखा है और नागरिकों से समुद्र किनारे जाने से बचने की अपील की है।
हिमाचल और उत्तराखंड में भूस्खलन का खतरा
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पहाड़ों पर लगातार बारिश से भूस्खलन (Landslide) का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग ने यहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल में शिमला, कुल्लू, मंडी और किन्नौर जिलों में भू-स्खलन की संभावना जताई गई है।
उत्तराखंड के चमोली, टिहरी और उत्तरकाशी जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।
यात्रियों और स्थानीय लोगों को पहाड़ी मार्गों पर यात्रा करते समय सावधानी बरतने की अपील की गई है।
राज्य सरकारों ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी हैं ताकि किसी भी आपदा से निपटा जा सके।
उत्तर प्रदेश और बिहार में भी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आने वाले 48 घंटों में पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में भी भारी बारिश हो सकती है। इससे जहां किसानों को फायदा मिलेगा, वहीं नदियों के किनारे बसे इलाकों में बाढ़ की आशंका भी बढ़ सकती है।
मॉनसून की रफ्तार और प्रभाव
इस बार अगस्त में मॉनसून सक्रिय हो गया है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से लगातार नमी आ रही है, जिससे उत्तर भारत और पश्चिमी तटीय राज्यों में बारिश का सिलसिला तेज हो गया है।
मध्य भारत के कई हिस्सों में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश का अनुमान है।
राजस्थान और गुजरात के कुछ जिलों में भी हल्की बारिश हो सकती है।
दक्षिण भारत में केरल और कर्नाटक के तटीय इलाकों में मध्यम से भारी वर्षा का पूर्वानुमान है।
प्रशासन की तैयारियां
लगातार बारिश और भूस्खलन की आशंका को देखते हुए विभिन्न राज्य सरकारों ने आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट पर रखा है।
स्कूलों और कॉलेजों को स्थानीय प्रशासन मौसम की स्थिति के आधार पर बंद कर सकता है।
यातायात विभाग ने लोगों से गैर-जरूरी यात्रा से बचने की अपील की है।
स्वास्थ्य विभाग ने भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डेंगू, मलेरिया और जलजनित बीमारियों से सावधान रहने की सलाह दी है।
आम जनता के लिए जरूरी सलाह
1. बारिश के समय अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें।
2. मोबाइल पर मौसम विभाग के अलर्ट पर ध्यान दें।
3. पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करते समय वैकल्पिक मार्गों की जानकारी रखें।
4. समुद्र किनारे और नदियों के पास जाने से बचें।
5. बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
दिल्ली, मुंबई और हिमाचल-उत्तराखंड समेत कई राज्यों में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। जहां यह बारिश किसानों और जलस्तर के लिए राहत लेकर आई है, वहीं इससे बाढ़ और भूस्खलन का खतरा भी बढ़ गया है। मौसम विभाग लगातार अलर्ट जारी कर रहा है और प्रशासन तैयारियों में जुटा है। ऐसे में आम जनता को सतर्क रहना बेहद जरूरी है।