
Ramdas Soren: शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की हालत नाजुक, विश्व आदिवासी दिवस का भव्य आयोजन फिलहाल स्थगित।
झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की तबीयत बेहद चिंताजनक बनी हुई है, जिसके चलते राज्य सरकार ने 9 अगस्त से 11 अगस्त तक होने वाले तीन दिवसीय विश्व आदिवासी दिवस समारोह को स्थगित कर दिया है। यह कार्यक्रम झारखंड में बड़े स्तर पर आयोजित किया जाना था, लेकिन मंत्री की गंभीर स्थिति को देखते हुए फिलहाल इसे रद्द कर दिया गया है।
सरकार की ओर से बताया गया है कि आदिवासी महोत्सव आयोजित करने के लिए इवेंट मैनेजमेंट एजेंसी के चयन को लेकर जो टेंडर प्रक्रिया चल रही थी, वह भी सोमवार को स्थगित कर दी गई। ऐसे में इस आयोजन को लेकर सारी तैयारियां फिलहाल रोक दी गई हैं।
हालांकि राज्य सरकार अब एक वैकल्पिक योजना पर विचार कर रही है। तीन दिवसीय आयोजन के बजाय अब 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर एक सीमित और प्रतीकात्मक कार्यक्रम आयोजित करने की संभावना जताई जा रही है। इस एक दिवसीय आयोजन के जरिए आदिवासी समुदाय को सम्मान देने का प्रयास किया जाएगा।
दूसरी ओर शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की सेहत को लेकर गंभीर चिंता बनी हुई है। जानकारी के अनुसार, 2 अगस्त को वे अपने घर के बाथरूम में बेहोश होकर गिर पड़े थे। स्थिति बिगड़ने के बाद उन्हें तुरंत दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया है कि उनके मस्तिष्क में ब्लड क्लॉटिंग हुई है, जिस कारण उनकी स्थिति नाजुक है।
फिलहाल मंत्री को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है और उनकी हालत स्थिर नहीं कही जा रही है। मेडिकल टीम ऑपरेशन करने पर विचार कर रही है, लेकिन अभी तक कोई बड़ा फैसला नहीं लिया गया है।
रामदास सोरेन की तबीयत और उनके इलाज को लेकर राज्य सरकार और उनके समर्थकों में चिंता का माहौल है। झारखंड की जनता मंत्री के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रही है।
विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन झारखंड के सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह दिन राज्य के आदिवासी समुदाय की पहचान, इतिहास और योगदान को सम्मान देने का अवसर होता है। हालांकि इस वर्ष मंत्री की अस्वस्थता के कारण कार्यक्रम की भव्यता कम हो सकती है, लेकिन सरकार इसे किसी न किसी रूप में मनाने पर विचार कर रही है।
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