
Ramgarh Rajrappa mandir: रजरप्पा मंदिर में उमड़ा आस्था का सैलाब: 25 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने किए मां छिन्नमस्तिका के दर्शन, गर्मी से कई भक्त बेहोश।
रामगढ़। झारखंड के प्रसिद्ध शक्ति पीठ रजरप्पा मंदिर में रविवार, 15 जून 2025, को आस्था का विशाल सैलाब उमड़ पड़ा। मां छिन्नमस्तिका के दर्शनों के लिए झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और आस-पास के राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। छुट्टी का दिन होने के कारण मंदिर में सुबह 3 बजे से ही भक्तों की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी।
बताया जा रहा है कि 15 जून को रविवार यानी छुट्टी का दिन था, इसी वजह से दूर-दराज के इलाकों से परिवार सहित भक्त बड़ी संख्या में मंदिर पहुंचे। हर कोई मां छिन्नमस्तिका के दर्शन और पूजन के लिए बेसब्री से कतार में खड़ा दिखाई दिया।
लगभग 25 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में हाजिरी लगाई। मंदिर प्रांगण “जय मां छिन्नमस्तिका” के जयघोष से गूंज उठा। भक्तों में उत्साह और श्रद्धा देखने लायक थी।
लेकिन चिलचिलाती धूप और उमस के बीच घंटों इंतजार ने कई श्रद्धालुओं की सेहत पर असर डाला। भीषण गर्मी के कारण कई लोग बेहोश होकर गिर पड़े, जिनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थे। प्रशासन द्वारा तत्काल चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराई गई और स्वयंसेवकों ने भी सहयोग किया।
प्रशासन और मंदिर प्रबंधन समिति ने पहले से तैयारियां की थीं, लेकिन भीड़ उम्मीद से कहीं अधिक थी। हालांकि पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती से स्थिति को संभाल लिया गया।
धार्मिक महत्व:
रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर तंत्र साधना का प्रमुख केंद्र है और देशभर में इसकी विशेष मान्यता है। देवी का यह रूप — जिसमें वे स्वयं का सिर काटकर अपने रक्त से दो सहयोगियों को तृप्त करती हैं — बलिदान, आत्मनियंत्रण और शक्ति का प्रतीक माना जाता है।
रविवार को हुए इस आयोजन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि मां छिन्नमस्तिका के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था अटूट है। प्रशासन से अब श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्थायी छांव, पेयजल और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र बढ़ाने की मांग की जा रही है।