रांची: झारखंड की राजधानी रांची में सोमवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब धुर्वा डैम से एक साथ तीन पुलिसकर्मियों के शव बरामद किए गए। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जब शवों को पानी से बाहर निकलवाया तो मामला और गंभीर हो गया। तीनों के शव एक-दूसरे से दूर मिले, लेकिन घटनास्थल के पास से दो सरकारी हथियार बरामद किए गए हैं, जिससे यह सवाल उठने लगा है कि यह हादसा है, आत्महत्या है या फिर किसी सुनियोजित साजिश का हिस्सा।

घटना ने झारखंड पुलिस महकमे के साथ स्थानीय प्रशासन को भी चौंका दिया है, क्योंकि धुर्वा डैम आमतौर पर शांत और सुरक्षित इलाका माना जाता है। फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया है और मामले की जांच कई कोणों से शुरू हो चुकी है।
घटना कैसे हुई? सुबह की सैर पर निकले लोगों ने देखा कुछ संदिग्ध
सुबह करीब 6 बजे के आसपास डैम के पास मॉर्निंग वॉक पर निकले कुछ लोगों ने पानी में किसी बड़ी वस्तु को तैरते हुए देखा। पहले यह किसी कपड़े जैसा लगा, लेकिन नज़दीक जाने पर यह एक शव था। घबराए लोगों ने तुरंत पुलिस को फोन किया। पुलिस की बोट से जब तलाशी कराई गई तो थोड़ी ही देर में दो और शव पानी में मिले।
तीनों के शरीर पर वर्दी नहीं थी, लेकिन जेबों में मिले दस्तावेजों और हाथों पर टैग्स से उनकी पहचान पुलिसकर्मियों के रूप में की गई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि तीनों बीती रात से ड्यूटी पर नहीं थे और इनका मोबाइल लोकेशन भी देर रात धुर्वा डैम के आसपास ही ट्रेस हुआ है।
दो हथियार बरामद – क्या यह मर्डर, मिस्टेक या मिस्ट्री?
सबसे बड़ा सवाल हथियारों की बरामदगी को लेकर है। मौके से दो इंसास राइफलें मिली हैं, लेकिन तीन पुलिसकर्मी थे। तीसरा हथियार गायब है या कभी मौजूद ही नहीं था—इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है।
पुलिस के अनुसार:
हथियार गीले पाए गए हैं, यानी वे भी पानी में ही थे।
एक हथियार पर फिंगरप्रिंट स्पष्ट हैं, जबकि दूसरे पर मिटे हुए दिखाई दे रहे हैं।
किसी भी हथियार से हाल में फायरिंग नहीं हुई है, ऐसा शुरुआती जांच में सामने आया है।
ये तथ्य घटना को और रहस्यमय बनाते हैं।
क्या तीनों साथ आए थे? सवालों ने बढ़ाई जांच की दिशा
जांच में यह कोशिश की जा रही है कि तीनों पुलिसकर्मी किसी आधिकारिक ड्यूटी पर थे या निजी कारणों से डैम के पास आए थे। सूत्रों का कहना है कि तीनों एक ही यूनिट में तैनात थे और उनके मोबाइल फोन एक ही समय पर डैम के आसपास बंद हो गए थे।
फिलहाल पुलिस इन तीन अहम एंगल्स पर जांच कर रही है:
1. हादसा (Accidental Drowning)
संभावना यह कि तीनों किसी कारण से पानी में फिसल गए हों। लेकिन यह संभावना कम मानी जा रही है क्योंकि तीन-तीन प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों का एक साथ डूब जाना आसान नहीं।
2. आत्महत्या (Suicide Angle)
क्या यह सामूहिक आत्महत्या है?
शुरुआती जांच में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। साथ ही तीनों के परिवार वालों का कहना है कि वे किसी तनाव में नहीं थे।
3. हत्या (Murder Angle)
सबसे ज़्यादा चर्चा इसी पर है।
पुलिस की कई टीमें यह जांच रही हैं कि क्या किसी ने इन्हें बुलाकर फंसा दिया? क्या इन्हें नशा दिया गया?
पुलिस के हाथ कुछ प्राइमरी क्लू मिले हैं जिनके आधार पर हत्या का एंगल मजबूत हो रहा है।
डैम के किनारे से शराब की खाली बोतलें और खानपान का सामान मिला
मौके पर तलाशी के दौरान पुलिस को खाली गिलास, पानी की बोतलें, कुछ स्नैक्स के पैकेट और सिगरेट के टुकड़े मिले हैं। यह संकेत देता है कि तीनों रात में डैम पर मौजूद थे और संभवतः लंबे समय तक रहे।
हालांकि फॉरेंसिक टीम की रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि क्या तीनों के शरीर में किसी तरह का नशीला पदार्थ मिला है या नहीं।
परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल, बोले – “यह हादसा नहीं हो सकता”
तीनों पुलिसकर्मियों के परिवार रांची पुलिस लाइन पहुंचे जहां पोस्टमार्टम के बाद शवों को रखा गया। परिजनों का आरोप है कि तीनों किसी महत्वपूर्ण मामले की जांच कर रहे थे और यह मौत उस जांच से जुड़ी हो सकती है। हालांकि पुलिस ने इन बातों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
परिवारों की मांग है कि
जांच एसआईटी द्वारा की जाए
मोबाइल डेटा सार्वजनिक किया जाए
डैम के आसपास लगे सभी CCTV फुटेज को बरामद किया जाए
प्रशासन ने की उच्च स्तरीय जांच की घोषणा
रांची एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह मामला बेहद गंभीर है और तीनों की मौत का वास्तविक कारण जल्द सामने आ जाएगा। मौके पर लगातार पुलिस तैनात है और डैम के चारों ओर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
उन्होंने कहा—
“हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं। फॉरेंसिक रिपोर्ट और डिजिटल सबूत मिलने के बाद पूरी तस्वीर साफ होगी।”
स्थानीय लोग सहमे –“ऐसा कभी नहीं हुआ”
धुर्वा डैम को रांची का शांत और परिवारों के लिए सुरक्षित पिकनिक स्पॉट माना जाता है। अचानक तीन पुलिसकर्मियों की मौत ने स्थानीय लोगों को डरा दिया है। कई लोगों ने क्षेत्र में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने की मांग की है।
अगला कदम क्या?
फॉरेंसिक रिपोर्ट 48 घंटे में आएगी
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का समय और कारण स्पष्ट होगा
मोबाइल डेटा और कॉल रिकॉर्ड्स से पता चलेगा कि तीनों आखिरी बार किससे मिले थे
तीसरा हथियार (यदि मौजूद था) खोजने के लिए डैम में सर्च ऑपरेशन जारी है
यह घटना सिर्फ रांची ही नहीं पूरे झारखंड पुलिस महकमे के लिए बड़ा सवाल बन गई है।
