
रांची। झारखंड की राजधानी रांची में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण शहर के कई डैम और जलाशयों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। विशेषकर धुर्वा डैम में पानी की आवक बढ़ने से जल स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया। स्थिति को नियंत्रण में रखने और संभावित बाढ़ जैसी परिस्थिति से बचने के लिए शनिवार को धुर्वा डैम का एक फाटक खोला गया। प्रशासन ने आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी किया है और लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।
जलस्तर बढ़ने का कारण – मानसूनी बारिश ने बढ़ाई परेशानी
पिछले कुछ दिनों से रांची और आसपास के क्षेत्रों में रुक-रुक कर हो रही तेज बारिश ने जलाशयों में पानी की मात्रा को अप्रत्याशित रूप से बढ़ा दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, रांची जिले में पिछले 24 घंटों में औसतन 110 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। इससे शहर के अन्य प्रमुख जलस्रोत जैसे कांके डैम और हटिया डैम में भी जलस्तर सामान्य से ऊपर पहुंच गया है।
धुर्वा डैम फाटक खोलने से संभावित प्रभाव
धुर्वा डैम का फाटक खोलने के बाद डैम से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा गया है, जिससे डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। प्रशासन ने धुर्वा नदी के किनारे बसे गांवों और निचले इलाकों के लोगों को सतर्क रहने को कहा है। राहत एवं बचाव दल को भी तैयार रखा गया है ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
रांची जिला प्रशासन ने धुर्वा डैम के आसपास के इलाकों में रह रहे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की है। साथ ही निचले इलाकों में रह रहे लोगों से अनावश्यक रूप से नदी के किनारे या जलभराव वाले क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले 48 घंटों तक रांची और उसके आसपास के जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और प्रशासन को सतर्क रहने को कहा है।
नागरिकों के लिए सुझाव
विशेषज्ञों ने लोगों को बारिश के दौरान सुरक्षित रहने के लिए कुछ अहम सुझाव दिए हैं:
1. अनावश्यक रूप से नदियों या डैम के पास न जाएं।
2. भारी बारिश के दौरान यात्रा से बचें।
3. बच्चों को जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रखें।
4. बिजली के तारों और खंभों से दूर रहें।
5. प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
धुर्वा डैम का महत्व
धुर्वा डैम रांची शहर के प्रमुख जलाशयों में से एक है। यह न केवल पेयजल आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि सिंचाई और औद्योगिक उपयोग के लिए भी अहम भूमिका निभाता है। मानसून के मौसम में इस डैम का जलस्तर बढ़ना आम बात है, लेकिन इस बार सामान्य से अधिक वर्षा होने के कारण प्रशासन को समय रहते फाटक खोलने का निर्णय लेना पड़ा।
क्या हो सकते हैं खतरे?
यदि बारिश इसी तरह जारी रही तो रांची शहर के निचले इलाकों में जलभराव की समस्या और बढ़ सकती है। साथ ही डैम के पास बसे गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। हालांकि प्रशासन का दावा है कि सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह से तैयार हैं और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।
राहत व बचाव की तैयारी
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रबंधन दल को अलर्ट पर रखा गया है। नाव और बचाव सामग्री पहले से तैयार कर ली गई हैं ताकि जरूरत पड़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।
रांची में बारिश ने जहां तापमान में गिरावट और मौसम को सुहावना बना दिया है, वहीं डैम और जलाशयों का बढ़ता जलस्तर चिंता का विषय बनता जा रहा है। धुर्वा डैम का फाटक खोलने के निर्णय से फिलहाल स्थिति नियंत्रित बताई जा रही है, लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने एहतियाती कदम तेज कर दिए हैं। आने वाले दिनों में बारिश की तीव्रता ही यह तय करेगी कि स्थिति सामान्य रहती है या और गंभीर होती है।