
Ranchi: धान रोपते वक्त आसमान से टूटी आफत, रांची में वज्रपात से महिला की मौत, बेटी घायल, मुआवजे की मांग तेज।
झारखंड के रांची जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां प्रकृति का कहर एक परिवार पर भारी पड़ गया। शुक्रवार दोपहर अनगड़ा थाना क्षेत्र के एक गांव में धान रोपाई के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से सीता देवी नामक महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी बेटी आशा कुमारी गंभीर रूप से झुलस गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब मां-बेटी खेत में धान की रोपाई कर रही थीं।
वज्रपात बना मौत का कारण
गांव के ग्रामीणों के अनुसार, दोपहर के समय अचानक मौसम में बदलाव हुआ और तेज गरज के साथ आकाशीय बिजली गिरी। दुर्भाग्यवश, यह बिजली सीधे उन खेतों पर गिरी जहां सीता देवी और आशा कुमारी काम कर रही थीं। सीता देवी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आशा बुरी तरह झुलस गई। परिजनों ने तत्काल घायल को पास के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज जारी है।
गांव में छाया मातम
इस दुर्घटना के बाद पूरे गांव में मातम का माहौल है। मृतका सीता देवी के परिजन रो-रोकर बेहाल हैं। गांव वालों का कहना है कि सीता देवी मेहनतकश महिला थीं और खेती-किसानी में हमेशा सक्रिय रहती थीं। उनकी अचानक हुई इस दर्दनाक मौत ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है।
उपमुखिया ने की मुआवजे की मांग
हेसल पंचायत के उपमुखिया दुर्गा महतो ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि मृतका के परिजनों को तत्काल चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाए। साथ ही घायल आशा कुमारी के समुचित इलाज और सहायता की भी मांग की गई है।
बारिश के मौसम में बढ़ते खतरे
झारखंड समेत देश के कई हिस्सों में मानसून के दौरान वज्रपात की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। किसानों और खेतों में काम करने वाले मजदूरों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। मौसम विभाग पहले से ही चेतावनी दे रहा है कि बिजली चमकते समय खुले स्थानों, खेतों या पेड़ों के नीचे खड़े न हों। यह घटना इसी चेतावनी का जीता-जागता उदाहरण है।
रांची जिले की यह घटना न केवल एक परिवार की दुखद कहानी है, बल्कि यह सरकार और समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए जागरूकता और तैयारी बेहद ज़रूरी है। अब देखने वाली बात होगी कि क्या प्रशासन पीड़ित परिवार की मदद के लिए तुरंत कार्रवाई करता है या यह हादसा भी बाकी हादसों की तरह केवल खबरों में ही सीमित रह जाएगा।