
पुलिस की नाक के नीचे बढ़ रहा अपराध, खलारी गोलीकांड से सहमा इलाका
घटना का पूरा विवरण
रांची जिला के खलारी थाना क्षेत्र में रविवार देर रात एक सनसनीखेज वारदात हुई, जिसने पूरे इलाके की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पेट्रोलिंग ड्यूटी पर निकले हवलदार को अज्ञात अपराधियों ने गोली मार दी। घटना के तुरंत बाद साथी पुलिसकर्मियों ने घायल हवलदार को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
यह हमला तब हुआ जब पुलिस की टीम नियमित गश्त पर निकली हुई थी। इसी दौरान अपराधियों ने सुनियोजित तरीके से घात लगाकर हवलदार को निशाना बनाया और गोली मारकर मौके से फरार हो गए। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है और पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है।
अस्पताल में भर्ती, हालत गंभीर
गोली लगने के बाद हवलदार को आनन-फानन में स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स (RIMS) रेफर किया गया। डॉक्टरों के अनुसार गोली हवलदार के सीने और कंधे के पास लगी है। फिलहाल डॉक्टरों की टीम उसकी हालत पर लगातार नजर रखे हुए है।
परिजनों को भी घटना की सूचना दे दी गई है। परिवारजन अस्पताल पहुंचे और पुलिस प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए।
घटनास्थल पर अफरा-तफरी, इलाके में दहशत
गोलीबारी की इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में डर और गुस्सा है। खलारी क्षेत्र को पहले से ही संवेदनशील माना जाता रहा है। इस इलाके में अवैध कोयला खनन, तस्करी और आपराधिक गतिविधियों की खबरें अक्सर आती रहती हैं। लोगों का कहना है कि पुलिस लगातार गश्त के बावजूद अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही रांची के सीनियर पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। खलारी थाना क्षेत्र को छावनी में बदल दिया गया है और अपराधियों की तलाश में पुलिस ने सघन सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। आसपास के गांवों और जंगलों में पुलिस ने कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया है।
एसएसपी रांची ने बताया कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। घटना में शामिल लोगों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही गिरफ्तारी होगी।
पृष्ठभूमि: खलारी क्षेत्र में अपराध की जड़ें
खलारी थाना क्षेत्र लंबे समय से अपराधियों की गतिविधियों का गढ़ बना हुआ है। यहां अक्सर कोयला तस्करी, अवैध हथियारों की सप्लाई और गैंगवार जैसी घटनाएं सामने आती रही हैं। पुलिस की कड़ी मेहनत के बावजूद अपराधी अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते हैं।
इससे पहले भी खलारी क्षेत्र में कई बार पुलिसकर्मियों और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हो चुकी है। कुछ साल पहले इसी इलाके में सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में कई बड़े अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना से इलाके के लोगों में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की मौजूदगी के बावजूद अपराधियों का इतना निडर होकर हमला करना बेहद चिंता की बात है।
स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि गोलीबारी की आवाज सुनते ही लोग दहशत में घरों में छिप गए।
लोगों ने सरकार से मांग की है कि खलारी जैसे इलाकों में स्थायी पुलिस पिकेट और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए।
राजनैतिक बयानबाजी
घटना के बाद विपक्षी दलों ने राज्य सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। विपक्ष का कहना है कि झारखंड में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और पुलिसकर्मी तक सुरक्षित नहीं हैं। वहीं, सत्ता पक्ष ने भरोसा दिलाया है कि अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा एजेंसियों पर दबाव
इस घटना ने पुलिस प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। पेट्रोलिंग के दौरान पुलिसकर्मी को गोली लगना न केवल सुरक्षा चूक है बल्कि यह संकेत भी है कि अपराधी संगठित होकर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि पुलिस प्रशासन इस मामले में कितनी तेजी से अपराधियों तक पहुंच पाता है और उन्हें कानून के शिकंजे में लाता है।