
रांची : राजधानी रांची में दुर्गापूजा की तैयारियां जोरों पर हैं। हर साल की तरह इस बार भी दुर्गोत्सव को लेकर प्रशासन ने विशेष सुरक्षा प्रबंध किए हैं। शनिवार देर शाम रांची के सीनियर एसपी (SSP) ने बाइक पर खुद सड़कों का दौरा कर सुरक्षा इन्तजामों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कई पंडालों और मुख्य चौक-चौराहों का निरीक्षण कर पुलिस बल को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
दुर्गापूजा जैसे बड़े त्योहार में रांची समेत पूरे झारखंड में भारी भीड़ उमड़ती है। पंडालों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था सबसे बड़ी चुनौती मानी जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए SSP ने जमीनी स्तर पर पुलिस की तैनाती और गश्ती व्यवस्था को परखा।
भीड़-भाड़ वाले इलाकों का निरीक्षण
एसएसपी ने खासतौर पर अपर बाजार, रातू रोड, अल्बर्ट एक्का चौक, मेन रोड और हरमू रोड जैसे संवेदनशील इलाकों का निरीक्षण किया। इन जगहों पर सबसे ज्यादा भीड़ जुटती है। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि हर पंडाल के पास बैरिकेडिंग और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।
बाइक पर क्यों निकले SSP?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बाइक पर गश्त करने का मकसद था ट्रैफिक और भीड़भाड़ वाली गलियों का जायजा लेना, जहां चारपहिया वाहन आसानी से नहीं जा सकते। इससे न केवल जमीनी हालात का अंदाजा लगा बल्कि आम लोगों में भी यह संदेश गया कि पुलिस हर वक्त सजग है।
सुरक्षा व्यवस्था की खास बातें
सभी भीड़-भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती।
महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिस कर्मी विशेष निगरानी पर।
ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी बढ़ाई गई।
सभी बड़े पंडालों में मेटल डिटेक्टर और डॉग स्क्वाड की तैनाती।
पंडाल समितियों को निर्देश दिया गया है कि आपातकालीन निकासी मार्ग (Emergency Exit) खुला रखा जाए।
SSP का बयान
निरीक्षण के बाद SSP ने कहा –
“दुर्गापूजा रांची की सांस्कृतिक पहचान है। श्रद्धालु निश्चिंत होकर पूजा करें, इसके लिए पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। नागरिकों से अपील है कि शांति और सौहार्द बनाए रखें।”
दुर्गापूजा को लेकर प्रशासन की रणनीति
इस बार रांची पुलिस ने त्योहार के दौरान ड्रोन कैमरे से निगरानी करने का भी निर्णय लिया है। इसके अलावा, भीड़ नियंत्रित करने के लिए स्वयंसेवकों को पुलिस के साथ जोड़ा गया है।
प्रशासन ने खासतौर पर ट्रैफिक को लेकर विस्तृत प्लान तैयार किया है। कई जगहों पर नो-व्हीकल जोन बनाए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को आसानी से आवाजाही की सुविधा मिल सके।
श्रद्धालुओं में विश्वास
एसएसपी की बाइक राइड और पंडाल निरीक्षण ने श्रद्धालुओं का भरोसा और बढ़ा दिया है। कई श्रद्धालुओं ने कहा कि पुलिस की सक्रियता से उन्हें सुरक्षा की गारंटी महसूस हो रही है।
रांची में दुर्गोत्सव की खासियत
रांची में दुर्गापूजा महज धार्मिक पर्व नहीं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक उत्सव भी है। पंडालों की भव्यता और सजावट देखने के लिए लोग दूर-दराज से आते हैं। प्रशासन की जिम्मेदारी होती है कि ऐसे मौके पर शांति व्यवस्था और सुरक्षा बनी रहे।
दुर्गापूजा के मौके पर रांची प्रशासन की ओर से किए गए इंतजाम और SSP की सक्रियता से यह साफ है कि राजधानी में इस बार श्रद्धालु निश्चिंत होकर दुर्गा मां की आराधना कर पाएंगे। पुलिस-प्रशासन की सजगता और जनता का सहयोग मिलकर त्योहार को सफल और शांतिपूर्ण बनाएंगे।