रांची को जाम से मिलेगी राहत: तीन नए फ्लाईओवर और वैकल्पिक कॉरिडोर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मंजूरी राजधानी सहित गढ़वा और जमशेदपुर में कनेक्टिविटी को मिलेगा नया आयाम, ट्रैफिक कंट्रोल के लिए बड़ा फैसला

रांची को जाम से मिलेगी राहत: तीन नए फ्लाईओवर और वैकल्पिक कॉरिडोर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मंजूरी
राजधानी सहित गढ़वा और जमशेदपुर में कनेक्टिविटी को मिलेगा नया आयाम, ट्रैफिक कंट्रोल के लिए बड़ा फैसला

राजधानी रांची में दिन-ब-दिन गंभीर होती ट्रैफिक समस्या के स्थायी समाधान की दिशा में राज्य सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को राजधानी रांची में तीन एलिवेटेड फ्लाईओवर और राज्य के दो अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों—जमशेदपुर और गढ़वा—के लिए वैकल्पिक कॉरिडोर निर्माण को स्वीकृति दी है। ये परियोजनाएं झारखंड के यातायात ढांचे को नया रूप देने वाली हैं और आम जनता को बेहतर, सुरक्षित और तेज आवाजाही का विकल्प देंगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड अब स्मार्ट, सुरक्षित और व्यवस्थित सड़क नेटवर्क की ओर बढ़ रहा है। उनका मानना है कि सुगम यातायात राज्य की अर्थव्यवस्था, पर्यटन, और नागरिक सुविधा के लिए बेहद ज़रूरी है।रांची में बनेगा तीन प्रमुख फ्लाईओवर
रांची में तीन महत्वपूर्ण मार्गों पर एलिवेटेड फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा, जिससे न सिर्फ ट्रैफिक जाम में भारी कमी आएगी, बल्कि दफ्तर, स्कूल और अस्पताल जाने वाले लोगों को भी काफी राहत मिलेगी। ये फ्लाईओवर निम्नलिखित हैं:
अरगोड़ा चौक से कटहल मोड़ तक:
यह मार्ग रांची के सबसे व्यस्त रास्तों में शामिल है। इस क्षेत्र में रोजाना हजारों वाहन चलते हैं, जिससे जाम आम बात है। फ्लाईओवर बनने के बाद यहां ट्रैफिक का दबाव कम होगा और लोगों की यात्रा सुगम होगी।
करमटोली चौक से मोराबादी होते हुए साइंस सिटी तक:
इस रूट पर रांची विश्वविद्यालय, कई स्कूल-कॉलेज, AIIMS, IIM सहित प्रशासनिक भवन मौजूद हैं। इस वजह से हर दिन भारी ट्रैफिक देखने को मिलता है। फ्लाईओवर से इस पूरे इलाके में ट्रैफिक का दबाव घटेगा और एम्बुलेंस जैसे इमरजेंसी वाहनों को तेजी से गुजरने का रास्ता मिलेगा।
रेलवे स्टेशन से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट तक:
रेलवे स्टेशन से एयरपोर्ट तक सीधा फ्लाईओवर बनने से यात्रियों के लिए यह मार्ग बहुत आसान और समय बचाने वाला होगा। खासकर वे यात्री जो ट्रेन से उतरने के तुरंत बाद हवाई यात्रा करना चाहते हैं, उनके लिए यह परियोजना वरदान साबित होगी।

इन तीनों फ्लाईओवर परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर जल्द शुरू किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को शीघ्र डीपीआर (Detailed Project Report) तैयार कर कार्यारंभ करने का निर्देश दिया है।
जमशेदपुर और गढ़वा के लिए नई राह
रांची के अलावा दो अन्य ज़िलों में भी कनेक्टिविटी सुधारने की दिशा में मुख्यमंत्री ने मंजूरी दी है:
जमशेदपुर – साकची सिटी रोड नेटवर्क:
औद्योगिक नगरी जमशेदपुर में ट्रैफिक नियंत्रण और आधुनिक सड़क नेटवर्क के लिए व्यापक योजना को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना से शहर के प्रमुख क्षेत्रों में जाम की समस्या कम होगी और यातायात सुचारू रूप से संचालित किया जा सकेगा।
डालटनगंज से गढ़वा वैकल्पिक कॉरिडोर:
इस कॉरिडोर के बनने से डालटनगंज से गढ़वा तक एक वैकल्पिक और बेहतर मार्ग मिलेगा, जो व्यापार, माल ढुलाई और ग्रामीण क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा। इससे क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री का संदेश: “यातायात में सुधार हमारी प्राथमिकता”

इन सभी परियोजनाओं की स्वीकृति के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा
इन परियोजनाओं से होंगे ये लाभ

➡ ट्रैफिक से राहत:
रांची के व्यस्ततम क्षेत्रों में भारी ट्रैफिक से आम लोग परेशान रहते हैं। फ्लाईओवर बनने से जाम से निजात मिलेगी।

➡ समय और ईंधन की बचत:
ट्रैफिक में घंटों फंसे रहने से न केवल समय की बर्बादी होती है बल्कि वाहन का ईंधन भी खर्च होता है। फ्लाईओवर से दोनों की बचत होगी।

➡ सुरक्षा में सुधार:
फ्लाईओवर से पैदल चलने वालों और दुपहिया चालकों को अधिक सुरक्षा मिलेगी, सड़क हादसे घटेंगे।

➡ पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा:
बेहतर कनेक्टिविटी से पर्यटक स्थलों तक पहुंच आसान होगी और व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी।

➡ शहरी विकास को गति:
इन परियोजनाओं से राजधानी और अन्य शहरों में शहरी ढांचा मजबूत होगा और भविष्य की जरूरतों के लिए तैयार हो सकेगा।
जनता में खुशी, विशेषज्ञों ने सराहा
इस फैसले के बाद राजधानी सहित अन्य जिलों में नागरिकों ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। स्थानीय निवासी अमर कुमार ने कहा, “अगर फ्लाईओवर समय पर पूरा हो गया तो रोजाना के ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिलेगी।” वहीं, शहरी विकास विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय रांची को एक स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की दिशा में मजबूत कदम है।
झारखंड सरकार की यह नई पहल न केवल यातायात व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली है, बल्कि राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास की रफ्तार भी बढ़ाएगी। रांची के तीन फ्लाईओवर और दो बड़े वैकल्पिक कॉरिडोर निर्माण से झारखंड एक ‘कनेक्टेड स्टेट’ की दिशा में मजबूती से कदम बढ़ा चुका है।

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