
बिना इजाज़त किसी की बातें रिकॉर्ड करना पड़ सकता है भारी!
नई दिल्ली। आजकल स्मार्टफोन के बढ़ते इस्तेमाल के साथ-साथ एक चिंता बढ़ती जा रही है — बिना पूछे किसी की बातचीत रिकॉर्ड करना। चाहे दोस्ती हो, ऑफिस मीटिंग हो या फिर निजी बातचीत — अगर आप सामने वाले की अनुमति के बिना उनकी बातों को रिकॉर्ड करते हैं, तो यह कानूनी रूप से अपराध हो सकता है।
भारतीय कानून के तहत, किसी व्यक्ति की निजता का हनन करना गैरकानूनी है। इंडियन टेलीग्राफ एक्ट, 1885 और इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट, 2000 के तहत बिना इजाज़त रिकॉर्डिंग करने पर जेल की सज़ा और जुर्माना दोनों हो सकते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग से निजता खतरे में पड़ रही है। अधिवक्ता रचना मेहता के अनुसार, “बिना सहमति किसी की रिकॉर्डिंग करना निजता के अधिकार का उल्लंघन है, जो भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत संरक्षित है।”
अगर कोई व्यक्ति आपकी बातों को बिना आपकी जानकारी के रिकॉर्ड करता है और उसे दूसरों के साथ साझा करता है या सोशल मीडिया पर डालता है, तो आप उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इस पर साइबर सेल कार्रवाई कर सकती है।
याद रखें, टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल ही आपके और समाज के हित में है। निजता का सम्मान करें — वरना कानूनी कार्रवाई से बचना मुश्किल हो सकता है।