
रांची के रिनपास (रांची इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइकियाट्री एंड एलाइड साइंसेज) अपने गौरवशाली 100 साल पूरे कर रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर कल भव्य शताब्दी समारोह का आयोजन किया जाएगा। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने बुधवार को संस्थान पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया और कार्यक्रम की रूपरेखा पर अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की।
रिनपास का 100 वर्षों का सफर
रिनपास की स्थापना 1925 में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने और जरूरतमंद मरीजों को उचित उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हुई थी। पिछले 100 वर्षों में यह संस्थान न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का एक प्रमुख केंद्र बन चुका है। यहां प्रतिवर्ष हजारों मरीज इलाज के लिए आते हैं। संस्थान ने समय के साथ अपनी सेवाओं का विस्तार करते हुए न्यूरोसाइंस, मनोचिकित्सा, मनोविज्ञान, पुनर्वास और शोध के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं।
शताब्दी समारोह की प्रमुख झलकियां
शताब्दी समारोह में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिनमें संस्थान के इतिहास और उपलब्धियों को दर्शाने वाली प्रदर्शनी, संगोष्ठी, सांस्कृतिक कार्यक्रम और सम्मान समारोह शामिल हैं। इस अवसर पर मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए नई योजनाओं की घोषणा भी की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि राज्य सरकार मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे रही है और रिनपास को राष्ट्रीय स्तर का उत्कृष्ट संस्थान बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।
स्वास्थ्य मंत्री का निरीक्षण और दिशा-निर्देश
निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने रिनपास के निदेशक और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने साफ-सफाई, सुरक्षा, अतिथियों के स्वागत और कार्यक्रम के संचालन की तैयारियों की समीक्षा की। मंत्री ने निर्देश दिया कि मरीजों की देखभाल में किसी तरह की लापरवाही न हो और शताब्दी समारोह राज्य के गौरव को बढ़ाने वाला साबित हो।
मानसिक स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता
बीते कुछ वर्षों में झारखंड सहित पूरे देश में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता में तेजी आई है। रिनपास ने इस दिशा में कई पहल की हैं जैसे सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, टेली-परामर्श सेवाएं और स्कूलों एवं कॉलेजों में मानसिक स्वास्थ्य पर कार्यशालाएं। शताब्दी वर्ष में संस्थान ने संकल्प लिया है कि वह आधुनिक तकनीक और बेहतर सुविधाओं के माध्यम से और अधिक मरीजों तक पहुंच बनाएगा।
रिनपास का भविष्य का रोडमैप
संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि आने वाले समय में रिनपास को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया जाएगा। नए शोध केंद्र, चिकित्सकों और मनोवैज्ञानिकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा डिजिटल हेल्थ प्लेटफॉर्म विकसित किए जाएंगे। इससे न केवल झारखंड बल्कि देश के अन्य राज्यों के लोग भी लाभान्वित होंगे।
स्थानीय और राष्ट्रीय महत्व
रिनपास न केवल मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र है बल्कि यह झारखंड की चिकित्सा व्यवस्था में एक मील का पत्थर है। इसके सौ साल पूरे होना राज्य के स्वास्थ्य इतिहास के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। शताब्दी समारोह के जरिए इसकी गौरवगाथा को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
रिनपास का शताब्दी समारोह सिर्फ एक आयोजन नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में किए गए शताब्दी भर के अथक प्रयासों का प्रतीक है। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी की मौजूदगी ने इस समारोह की महत्ता को और बढ़ा दिया है। उम्मीद है कि इस अवसर पर घोषित होने वाली नई योजनाएं मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखेंगी।