
शिबू सोरेन की सेहत में धीरे-धीरे सुधार: दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में विशेषज्ञों की निगरानी में जारी इलाज, परिवार लगातार मौजूद।
राज्यसभा सांसद और झारखंड के वरिष्ठ नेता शिबू सोरेन की हालत में अब धीरे-धीरे सुधार देखने को मिल रहा है। 81 वर्षीय दिशोम गुरु शिबू सोरेन बीते 13 दिनों से दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं, जहां अनुभवी डॉक्टरों की टीम उनकी गहन निगरानी में इलाज कर रही है। उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद 19 जून को पुत्रवधू कल्पना सोरेन उन्हें विशेष इलाज के लिए दिल्ली लेकर गई थीं।
ब्रेन स्ट्रोक और पैरालिसिस के बाद बिगड़ी थी हालत
शिबू सोरेन पहले से ही डायबिटीज, हृदय रोग और किडनी से संबंधित गंभीर बीमारियों से पीड़ित रहे हैं। कुछ दिन पहले उन्हें ब्रेन स्ट्रोक और आंशिक पैरालिसिस हुआ था, जिससे उनकी स्थिति अत्यंत चिंताजनक हो गई थी। अस्पताल पहुंचने के बाद उनका तत्काल इलाज शुरू किया गया और विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी सेहत पर नजर बनाए हुए है।
तीन विशेषज्ञ विभागों की निगरानी में जारी है इलाज
सर गंगाराम अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक, शिबू सोरेन की हालत अब स्थिर है और स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। उनके इलाज में न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी और नेफ्रोलॉजी विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर लगे हुए हैं। यहां तक कि विदेश से भी विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श लिया गया है, ताकि उन्हें बेहतर से बेहतर उपचार मिल सके।
परिवार की लगातार मौजूदगी, झारखंड में दुआओं का दौर
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, भाई बसंत सोरेन और अन्य पारिवारिक सदस्य लगातार दिल्ली में मौजूद हैं और शिबू सोरेन के इलाज की निगरानी कर रहे हैं। दूसरी ओर, झारखंड में उनके शुभचिंतकों और समर्थकों की ओर से दुआओं का सिलसिला लगातार जारी है। विभिन्न धार्मिक स्थलों पर उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए विशेष प्रार्थनाएं की जा रही हैं।
स्वास्थ्य में पहले से सुधार, डॉक्टरों ने जताई उम्मीद
बीते सोमवार को डॉक्टरों की टीम ने उनका विस्तृत परीक्षण किया और कुछ जरूरी जांचें कराई। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, उनकी स्थिति पहले की तुलना में बेहतर है और अगले कुछ दिनों में और सुधार की उम्मीद है। फिलहाल उन्हें पूरी तरह चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है और इलाज की हर जरूरत को प्राथमिकता दी जा रही है।
झामुमो के संस्थापक और झारखंड की राजनीति के आधारस्तंभ शिबू सोरेन की हालत में आ रहे सुधार से उनके समर्थकों और राज्यवासियों के बीच राहत की भावना है। देशभर में उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की जा रही है। डॉक्टरी टीम की मेहनत और परिवार की देखरेख के चलते अब उम्मीद की किरण दिखाई देने लगी है।