
ईरान में तख्तापलट की आहट? ट्रंप के बयान और इजराइल-अमेरिका की रणनीति से बढ़ा तनाव
वॉशिंगटन/तेहरान। मध्य पूर्व एक बार फिर तनाव की गिरफ्त में है। अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान और इज़राइल-अमेरिका की संयुक्त रणनीति ने ईरान में संभावित तख्तापलट की चर्चाओं को हवा दे दी है। सूत्रों के अनुसार, ट्रंप ने अमेरिका में रह रहे ईरानी नागरिकों और अधिकारियों को ‘तेहरान तुरंत खाली करने’ की सलाह दी है। यह बयान ऐसे समय पर आया है जब पश्चिमी खुफिया एजेंसियों ने ईरान में राजनीतिक अस्थिरता और सत्तारूढ़ शासन के खिलाफ गुप्त गतिविधियों की पुष्टि की है।
ट्रंप का बड़ा दावा
एक मीडिया कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा, “ईरान में जल्द बहुत कुछ बदलने वाला है। हम नहीं चाहते कि कोई भी अमेरिकी या उसके सहयोगी खतरे में पड़ें। जो भी तेहरान में है, वह तुरंत निकल जाए।” हालांकि ट्रंप के इस बयान की आधिकारिक पुष्टि अमेरिकी प्रशासन की ओर से नहीं की गई है, लेकिन इसके निहितार्थ गंभीर माने जा रहे हैं।
ब्लूप्रिंट तैयार: इजराइल और अमेरिका की भूमिका
इजराइल और अमेरिका ने ईरान में “रिजीम चेंज” के लिए एक गुप्त रणनीतिक ब्लूप्रिंट तैयार किया है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, इस योजना में ईरानी सेना के असंतुष्ट धड़ों, युवा आंदोलनकारियों और सोशल मीडिया के माध्यम से जनउभार की कोशिशों को समर्थन देने की बात कही गई है। इजराइली मीडिया ने संकेत दिए हैं कि तेहरान में सत्ता परिवर्तन के लिए यह “हाइब्रिड ऑपरेशन” जल्द ही शुरू हो सकता है।
ईरान में अंदरूनी असंतोष
पिछले कुछ महीनों में ईरान में महंगाई, बेरोजगारी और महिलाओं के अधिकारों को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं। कट्टरपंथी शासन के खिलाफ जनता का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। कई विश्वविद्यालयों में छात्र आंदोलनों और सिविल डिसओबीडिएंस की घटनाएं भी सामने आई हैं।
चीन और रूस की नजर
इस पूरे घटनाक्रम पर चीन और रूस भी नजर बनाए हुए हैं। दोनों देशों ने ईरान की वर्तमान सरकार के समर्थन में बयान दिए हैं और पश्चिमी दखलअंदाजी की आलोचना की है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यदि ईरान में तख्तापलट की कोशिश होती है, तो वैश्विक राजनीति कैसे करवट लेती है।
निष्कर्ष
ईरान में हालात बेहद संवेदनशील होते जा रहे हैं। ट्रंप का बयान और अमेरिका-इजराइल की रणनीति आने वाले दिनों में बड़े भू-राजनीतिक घटनाक्रम का संकेत दे रहे हैं। फिलहाल अंतरराष्ट्रीय समुदाय स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है।