बहुत से लोग यह मानते हैं कि अगर वे रोजाना सिगरेट न पीकर सिर्फ हफ्ते में 2–3 दिन पिएंगे, तो शरीर को उतना नुकसान नहीं होगा। जबकि लगातार धूम्रपान करने वालों को लगता है कि धीरे-धीरे शरीर इसकी आदत डाल लेता है। लेकिन क्या वास्तव में कम मात्रा में धूम्रपान करने से स्वास्थ्य पर कम असर पड़ता है? इस विषय पर डॉक्टरों और विशेषज्ञों का कहना है कि चाहे रोजाना सिगरेट पी जाए या हफ्ते में कुछ ही दिन, दोनों ही स्थितियाँ शरीर के लिए खतरनाक हैं। फर्क सिर्फ नुकसान की गति और गंभीरता में होता है, लेकिन प्रभाव दोनों ही स्थितियों में बेहद घातक रहता है।
रोज सिगरेट पीने वालों पर पड़ने वाला असर
रोजाना धूम्रपान करना शरीर के लगभग हर अंग को प्रभावित करता है।
फेफड़ों की कोशिकाओं को लगातार नुकसान पहुंचता है, जिससे कैंसर, COPD, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और सांस संबंधी बीमारियों का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है।
हृदय पर भी इसका गहरा असर पड़ता है। रोजाना सिगरेट पीने वालों में हार्ट अटैक, स्ट्रोक और ब्लड क्लॉट बनने की आशंका बेहद अधिक रहती है।
निकोटीन की लगातार पहुंच शरीर में लत पैदा करती है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है।
डॉक्टरों के अनुसार, रोजाना धूम्रपान से DNA पर सीधा दुष्प्रभाव पड़ता है, जो भविष्य में गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है।
हफ्ते में 2–3 बार सिगरेट पीने वालों को होने वाले नुकसान
बहुत से लोग सोचते हैं कि कभी-कभी सिगरेट पीना सुरक्षित है, लेकिन विशेषज्ञ बताते हैं कि शरीर धुएं में मौजूद किसी भी विषैले पदार्थ को “कम” या “ज्यादा” नहीं पहचानता।
टार, निकोटीन, कार्बन मोनोऑक्साइड और 7,000 से अधिक विषैले तत्व हर कश के साथ शरीर में जाते हैं।
हफ्ते में कुछ दिन सिगरेट पीने से भी फेफड़ों की कोशिकाएँ क्षतिग्रस्त होती हैं और कैंसर का जोखिम बना रहता है।
ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट और ब्लड वेसल्स पर तुरंत असर पड़ता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
अध्ययन बताते हैं कि “लाइट स्मोकर” भी समय के साथ वही गंभीर बीमारियाँ झेलते हैं जो रोज धूम्रपान करने वालों में पाई जाती हैं, फर्क केवल समय का होता है।
डॉक्टरों के अनुसार कौन ज्यादा खतरे में?
डॉक्टर बताते हैं कि रोजाना धूम्रपान करने वाले अधिक तेजी से गंभीर बीमारियों की ओर बढ़ते हैं, क्योंकि उनका शरीर लगातार धुएं के संपर्क में रहता है।
हालांकि, हफ्ते में 2–3 दिन सिगरेट पीने वाले भी सुरक्षित नहीं हैं, क्योंकि उनका शरीर समय-समय पर टॉक्सिन्स के सीधे संपर्क में आता रहता है, जो DNA, फेफड़ों और दिल पर समान प्रभाव डालता है।
अर्थात, थोड़ी मात्रा में धूम्रपान भी स्वास्थ्य जोखिम को पूरी तरह खत्म नहीं करता।
क्या कम सिगरेट पीना सुरक्षित है? डॉक्टर की राय
विशेषज्ञों का कहना है कि “कम” धूम्रपान कभी भी “सुरक्षित” धूम्रपान नहीं होता।
धूम्रपान की किसी भी मात्रा से फेफड़े कमजोर होते हैं, प्रतिरोधक क्षमता घटती है और कैंसर का जोखिम बढ़ता है।
इसलिए बेहतर स्वास्थ्य के लिए धूम्रपान छोड़ना ही एकमात्र सुरक्षित विकल्प है।
यह जानकारी डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के सामान्य अध्ययनों पर आधारित है। यह किसी भी चिकित्सा उपचार या निदान का विकल्प नहीं है। धूम्रपान से संबंधित व्यक्तिगत सलाह या उपचार के लिए योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें।

