
झारखंड से एक दर्दनाक मगर साहस से भरी घटना सामने आई है। यहां 3 साल की मासूम बच्ची कंचन को सांप ने एक नहीं बल्कि तीन बार काट लिया। 20 दिनों तक वह मौत और जिंदगी के बीच जूझती रही। परिवार, डॉक्टर और भगवान पर भरोसा ने उसकी जान तो बचा ली, लेकिन अब बच्ची की आवाज चली गई है। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची धीरे-धीरे ठीक हो जाएगी और संभव है कि आने वाले समय में उसकी आवाज भी वापस आ जाए।
हादसे की पूरी कहानी
मामला झारखंड के एक ग्रामीण इलाके का है, जहां छोटे-छोटे बच्चे अक्सर खुले मैदान और खेतों में खेलते हैं। कंचन भी खेल रही थी, तभी अचानक झाड़ियों से एक जहरीला सांप निकला और उसने बच्ची को काट लिया। परिवार घबराया, लेकिन सांप यहीं नहीं रुका। इलाज के लिए ले जाने से पहले ही उसने बच्ची को दूसरी और फिर तीसरी बार भी काट लिया।
लगातार तीन बार सांप के काटने के बाद बच्ची की हालत बेहद गंभीर हो गई। शरीर में तेजी से जहर फैलने लगा, मासूम बेहोश हो गई और सांसें धीमी होने लगीं।
20 दिन तक चली जिंदगी की जंग
परिजन उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने बच्ची को ICU में भर्ती कर कई दिनों तक वेंटिलेटर पर रखा। लगातार एंटी-वेनम इंजेक्शन, दवाइयां और डॉक्टरों की देखरेख ने आखिरकार उसकी जान बचा ली।
परिवार के लिए यह 20 दिन बेहद मुश्किल रहे। हर दिन उम्मीद और डर के बीच बीता। आखिरकार जब डॉक्टरों ने कहा कि बच्ची अब खतरे से बाहर है, तो परिजनों ने राहत की सांस ली।
अब सबसे बड़ी चुनौती – आवाज खोना
हालांकि बच्ची बच गई, लेकिन सांप के जहर और लंबी दवाइयों के असर से उसकी वोकल कॉर्ड्स प्रभावित हो गए। अब वह बोल नहीं पा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि गला और नसों पर असर पड़ने के कारण फिलहाल उसकी आवाज चली गई है।
चिकित्सकों के अनुसार, यह स्थिति अस्थायी भी हो सकती है। नियमित थैरेपी, दवाइयों और समय के साथ कंचन फिर से बोलना शुरू कर सकती है।
डॉक्टरों ने क्या कहा?
अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने बताया –
“कंचन को तीन बार सांप ने काटा था। यह बेहद गंभीर स्थिति थी। लेकिन समय पर इलाज मिलने और परिवार की सजगता से उसकी जान बचाई जा सकी।”
“वोकल कॉर्ड्स पर असर पड़ा है, जिससे आवाज चली गई है। यह स्थायी भी हो सकता है और समय के साथ ठीक भी हो सकता है। फिलहाल बच्ची रिकवरी की प्रक्रिया में है।”
गांव में चर्चा का विषय
कंचन की यह घटना पूरे गांव और आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग इसे चमत्कार से कम नहीं मान रहे कि तीन बार सांप के काटने के बाद भी वह जिंदा है। ग्रामीणों का कहना है कि यह भगवान की कृपा और डॉक्टरों की मेहनत का नतीजा है।
सांप के काटने के बाद क्या करें – विशेषज्ञों की सलाह
इस घटना ने एक बार फिर जागरूकता की ओर ध्यान दिलाया है। डॉक्टर और विशेषज्ञ कहते हैं कि सांप के काटने पर घबराना नहीं चाहिए और तुरंत यह कदम उठाने चाहिए –
1. पीड़ित को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाएं।
2. घरेलू नुस्खों या झाड़-फूंक में समय बर्बाद न करें।
3. काटे गए हिस्से को ज्यादा हिलाएं-डुलाएं नहीं।
4. टूर्निकेट (कसकर बांधना) से बचें, यह नुकसानदेह हो सकता है।
5. डॉक्टरों को पूरा विवरण दें कि किस सांप ने काटा है (यदि पता हो)।
परिवार की उम्मीद
कंचन के माता-पिता अब उसकी आवाज लौटने की दुआ कर रहे हैं। मां का कहना है –
“भगवान ने हमारी बेटी की जान बचा ली, अब हम यही चाहते हैं कि वह पहले की तरह हंस-बोल सके।”
परिजन बच्ची को बेहतर इलाज और स्पीच थैरेपी दिलाने की तैयारी कर रहे हैं।
कंचन की कहानी इंसानी हिम्मत और डॉक्टरों की मेहनत का जीता-जागता उदाहरण है। यह घटना न केवल लोगों को सतर्क करती है, बल्कि यह भी बताती है कि समय पर इलाज और सही कदम उठाने से सबसे मुश्किल हालात में भी जान बचाई जा सकती है।
आज कंचन की मुस्कुराहट ने गांव के लोगों को उम्मीद दी है कि धीरे-धीरे वह फिर से अपनी आवाज पाएगी और सामान्य जिंदगी जी सके