रायपुर — बुधवार, 3 दिसंबर 2025: दूसरे वनडे मुकाबले में भारतीय टीम का दमदार प्रदर्शन — विराट कोहली और ऋतुराज गायकवाड़ के शानदार शतक — फिर भी काम न आया। क्योंकि South Africa national cricket team ने 359 रनों के लक्ष्य का पीछा कर जीत हासिल कर सीरीज़ 1-1 से बराबर कर दी।

भारत का विशाल स्कोर — शतक और साझेदारी
रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 358 रन बनाए। कोहली ने 93 गेंदों पर 102 रन (7 चौके, 2 छक्के) बनाए, जबकि गायकवाड़ ने 83 गेंदों में 105 रन (12 चौके, 2 छक्के) की शानदार पारी खेली।
दोनों के बीच तीसरी विकेट के लिए 195 रन की साझेदारी बनी, जो भारत बनाम साउथ अफ्रीका के वनडे इतिहास में इस विकेट के लिए अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।
इसके अलावा, केएल राहुल (KL Rahul) ने अंत में ताबड़तोड़ 66* रन की पारी खेलकर भारतीय स्कोर को 350 के पार पहुंचाया।
भारत की पारी देखने में पूरी तरह से मजबूत और संतुलित दिख रही थी — शतक, साहसिक साझेदारी और अंत में फिनिशिंग — सब कुछ। लेकिन क्रिकेट का खेल उतना आसान नहीं होता।
साउथ अफ्रीका की जबरदस्त वापसी — 359 रन का पीछा
लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की शुरुआत धीमी रही — शुरुआती विकेट जल्दी गिरे।
लेकिन मध्यक्रम और निचले क्रम ने जिस आत्मविश्वास के साथ पारी संभाली, वह अंत तक कायम रहा। एडेन मार्करम (Aiden Markram) ने 110 रन की पारी खेल टीम की वापसी की बुनियाद रखी। उसके अलावा मैथ्यू ब्रिट्ज़के (Matthew Breetzke) ने 68 रन, डेवाल्ड ब्रेविस (Dewald Brevis) ने 54 रन और टेम्बा बावुमा (Temba Bavuma) ने 46 रन की उपयोगी पारियाँ खेली, जिसने मैच की दिशा बदल दी।
अंत तक चौथे–पाँचवें विकेट गिरते रहे, मगर जब लक्ष्य करीब था, तो बल्लेबाज़ी गहराई — यानी मध्य और निचले क्रम — ने टीम को जीत दिला दी। साउथ अफ्रीका 49.2 ओवर में 4 विकेट खोकर 362/6 पर जीत हासिल करने में सफल रही।
रिकॉर्ड — भारत में विदेशी टीम का सबसे बड़ा रन चेज
यह जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि साउथ अफ्रीका ने भारत के खिलाफ घरेलू मैदान पर अब तक की सबसे बड़ी सफल रन-चेज पूरी की है। 359 रन का पीछा कर 4 विकेट से जीत दर्ज कर ‘सबसे बड़ा रन चेज’ अपने नाम किया।
शतक बेकार — भारत को हार क्यों हुई?
कोहली और गायकवाड़ की शतकीय साझेदारी ने भारी स्कोर दिया, लेकिन भारतीय मध्य और निचला क्रम पर्याप्त योगदान नहीं दे पाया — केएल राहुल की पारी अच्छी रही, लेकिन बाकी बल्लेबाज़ ज़्यादा प्रभाव नहीं कर पाए।
दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाज़ी गहराई और शानदार साझेदारियाँ रही — सिर्फ टॉप ऑर्डर पर निर्भर नहीं, बल्कि मध्य व निचले क्रम ने जिम्मेदारी निभाई।
भारतीय गेंदबाज़ों ने शुरुआत में कुछ सफलता जरूर पाई लेकिन रन रेट पर नियंत्रण नहीं बना पाए — आखिरी ओवरों में दबाव बढ़ गया।
इस तरह, भारत की पारी भले ही शानदार रही — लेकिन जब लक्ष्य पीछा करने की बारी आई, तो साउथ अफ्रीका ने बेहतर मानसिकता, साझेदारी और बल्लेबाज़ी गहराई से भारत को मात दे दी।
सीरीज़ 1-1 से बराबर — अब निर्णायक मैच रहेगा अहम
इस जीत के साथ साउथ अफ्रीका ने तीन मैचों की वनडे सीरीज़ में 1-1 से बराबरी कर ली है। अब अंतिम मैच — तीन नंबर वनडे — ही सीरीज़ का फैसला करेगा।
भारत के लिए यह हार निराशाजनक है, क्योंकि इतनी बड़ी पारी और फिर भी हार — दर्शाती है कि सिर्फ शतक ही काफी नहीं, टीम की संतुलित बैटिंग और गेंदबाज़ी ज़रूरी होती है। वहीं साउथ अफ्रीका के लिए यह जीत आत्मविश्वास बढ़ाने वाली है — विदेशी जमीन पर बड़ी सफलता और आगामी निर्णायक मैच के लिए बढ़िया मैसेज।
