
देवघर। झारखंड। आगामी बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर उत्साह के बीच, तेजस्वी यादव ने गुरुवार सुबह देवघर में विशिष्ट संवाददाताओं से گفتگو करते हुए कहा कि इस बार बिहार की जनता ने पूरी तरह से महागठबंधन के पक्ष में मन बना लिया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि पहले चरण में ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार को ‘उखाड़ फेंकने’ का काम हो गया है।
राजद के राष्ट्रीय नेता तेजस्वी कल रात देवघर पहुँचे थे और मोहनपुर प्रखंड के चोपड़ा मोड़ के पास स्थित एक होटल में रात्रि विश्राम किया। स्थानीय पार्टी नेताओं के मुताबिक यह आगमन चुनावी समर्पण बढ़ाने और कार्यकर्ता उत्साह को बढ़ावा देने के उद्देश्य से था।
होटल से रणनीति-बैठक
रात्रि में आयोजित सीमित कार्यक्रम में तेजस्वी ने अपने निकट सदस्यों के साथ आगामी रैलियों, जनसभाओं तथा चुनावी योजना पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस चरण में ग्रामीण तथा शहरी दोनों क्षेत्रों में मतदानको प्रभावित करने के लिए ‘छोटे-छोटे गोल’ निश्चित किए गए हैं।
सुबह के करीब उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ एक छोटी बैठक ली, जिसमें उपस्थित जनसमूह ने जोशीला समर्थन व्यक्त किया। अगले चरण की गतिविधियों की रूपरेखा—जोकि प्रचार-संबंधित फ्लायर, प्रचार वाहन, सोशल मीडिया अभियान सहित—पर सहमति बनी।
ग्रामीण-शहरी मतदाता दोनों में समर्थन का संकेत
देवघर एरियाल रैली से पहले मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि क्षेत्रीय लोकतांत्रिक शक्तियों के एकजुट होने से माहौल पूरी तरह महागठबंधन के पक्ष में है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण मतदाता जहाँ ‘परिवर्तन की हवा’ महसूस कर रहे हैं, वहीं शहरी क्षेत्रों में भी युवा वर्ग में गठबंधन-के पक्ष में उमंग देखने को मिल रही है।
उन्होंने कहा, “इस बार सिर्फ मंच पर बात नहीं बल्कि बूथ-स्तर पर बदलाव हो रहा है, क्योंकि जनता ने पहले चरण में ही संकेत दे दिए हैं कि एनडीए से त्रस्त है।”
चुनावी समर्पण का संदेश
तेजस्वी ने कहा कि उनका देवघर आगमन सिर्फ एक औपचारिक स्वागत नहीं था, बल्कि यह ‘समर्पण संदेश’ था—समर्पित कार्यकर्ताओं, सक्रिय अभियान-मंडल और जनता-सेतु कार्यक्रमों के माध्यम से महागठबंधन को जीत की ओर ले जाने का। उन्होंने कहा कि अगले कुछ सप्ताह में बिहार के प्रमुख ज़िलों में बड़ी रैलियों की रूपरेखा तैयार की जा रही है।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए हैं कि वे हर बूथ पर जाएँ, जनता से सीधे संवाद करें, और महागठबंधन की नीतियों को जनज़ोड़ से प्रचारित करें।
चुनौतियाँ और रणनीति
तेजस्वी ने स्वीकार किया कि सामने चुनौतियाँ भी कम नहीं हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए के पुराने गठजोड़ और स्थानीय समीकरण अभी भी सक्रिय हैं, लेकिन जनता में ‘परिवर्तन की लहर’ इस बार अधिक साफ दिखाई दे रही है। उन्होंने यह भरोसा जताया कि महागठबंधन के समर्थन में जुटे मतदाताओं का आधार इस बार मजबूत है।
उनके अनुसार, ग्रामीण इलाकों में सिंचाई-और-कृषि, शहरी क्षेत्रों में युवाओं-और-नौकरी को मुख्य मुद्दा बनाया जा रहा है, और इस दिशा में गठबंधन की तैयारियाँ पूरी हैं।
देवघर से प्रस्थान से पहले तेजस्वी यादव ने एक स्पष्ट संदेश दिया: “इस बार बिहार की जनता ने मन बना लिया है—महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है।” इस बयान ने स्थानीय स्तर पर पार्टी के चेहरे और कार्यकर्ताओं में उत्साह और आत्मविश्वास बढ़ा दिया है। आगामी चुनावी रणभूमि में महागठबंधन के लिए यह दिशा-संकेत निर्णायक हो सकता है।
